अमृतसरः जिले के हलके राजासांसी से आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। हलके के सैकड़ों कार्यकर्ताओं समेत कई सरपंच और पार्टी पदाधिकारियों ने आम आदमी पार्टी को अलविदा कहते हुए अकाली दल वारिस पंजाब का दामन थाम लिया। यह शमूलियत खडूर साहिब से संसद और असम की जेल में बंद भाई अमृतपाल सिंह खालसा के पिता तरसेम सिंह की मौजूदगी में हुई। इस मौके पर डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के निदेशक व इमप्रूवमेंट ट्रस्ट अमृतसर के सदस्य रह चुके दलजीत सिंह मियादियां ने अकाली दल वारिस पंजाब का दामन थाम लिया।
वहीं परमजीत सिंह जोहल, अकाली दल वारस पंजाब के कोआर्डिनेटर ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस बहुत महत्वपूर्ण है। इस मौके पर अकाली दल वारिस पंजाब का दामन थामने वालों में से सरपंच कुलदीप सिंह (नाथूपुरा), सरपंच हरजींदर सिंह (मियादी), जसपाल सिंह (बोलियां), चरणजीत सिंह (जसरतवाल), सरबजीत सिंह नंबरदार (उमरपुरा), नरेंद्र सिंह (कूहाड़ा) समेत कई नाम पार्टी शामिल हुए। इसके अलावा कुछ अकाली दल बादल और आप के पदाधिकारीयों ने भी अपनी पार्टियों छोड़ कर वारस पंजाब का दामन थामा।
इस दौरान दलजीत सिंह ने कहा कि उन्होंने पंजाब के हित और पंजाबीती के लिए पार्टी बदल ली है। हम अमृतपाल सिंह खालसा की क्षेत्रीय सोच और पंथक झुकाव को ध्यान में रखते हुए वारिस पंजाब को चुना है। तरसेम सिंह ने दावा किया कि पंजाब की जनता को असल राह पर लाने के लिए क्षेत्रीय वर्गों को मजबूत करना जरूरी है। हम ऐसी पार्टी बनाना चाहते हैं जो धर्म, किसान, नौजवान और पंजाब की मिट्टी से जुड़ी हो। तरसेम सिंह ने कहा कि यह शमूलियत तरनतारन हलके की आने वाले उपचुनाव में अकाली दल वारिस पंजाब को बड़ा फायदा देगी।