कपूरथलाः सब डिवीज़न भुलत्थ से 8 माह पहले फ्रांस गए एक 18 वर्षीय युवक के लापता होने की खबर है। जिसको डोंकी बनाकर एजेंट ने फ़्रांस भेजा था। उक्त युवक अभी तक न तो फ्रांस पहुंचा है और न ही वापिस घर आया है। हालाँकि उसके साथ गए दोस्तों ने परिवार को फोन कर यह भी बताया कि रास्ते में बर्फ के कारण उनके बेटे की मौत हो चुकी है। लेकिन इस खबर पर परिवार को विश्वास नहीं हो रहा है।
वहीँ दूसरी तरफ ट्रेवल एजेंटों ने परिवार को बताया है कि पुलिस ने उसे पकड़ा है और वह इस समय जेल में बंद है। परिवार की बेटे से आखिरी बार फरवरी में बात हुई थी। वहीं युवक के पिता के अनुसार लताविया पुलिस ने उन्हें फोन पर डीएनए भेजने की बात कही है। परंतु वह इतनी लंबी कार्रवाही कैसे कर सकते है। पीड़ित परिवार ने ट्रेवल एजेंटों के खिलाफ शिकायत देकर कड़ी कार्रवाही करने की मांग भी की है। थाना भुलत्थ SHO हरजिंदर सिंह ने कहा कि मामला उच्चाधिकारियों के ध्यान में है। मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
कपूरथला की सब डिवीज़न भुलत्थ के वार्ड 5 वासी बॉबीचंद ने बताया कि पड़ोस में रहने वाले महिला सहित तीन ट्रेवलों एजेटों दवारा उनके बेटे सागर ( 18 वर्षीय ) को फ्रांस भेजा था। पड़ोसी ट्रेवलों एजेटों ने बेटे को फ्रांस भेजने के लिए 14 लाख रुपए की मांग की थी। तब उन्होंने पहली किस्त 8.20 लाख रुपए उन्हें दे दिए। जनवरी 2024 के प्रथम सप्ताह में बेटे सागर को ट्रेवल एजेंटों ने रशिया भेज दिया और कहा कि उनका बेटा बेलारुस, लताविया देशों से होकर जर्मन होते हुए फ्रांस पहुंचेगा। पिता ने यह भी बताया कि फरवरी माह में बेटे का फोन आया कि वह बेलारुस में है। उसके बाद 6 माह बीत चुके है। उनके बेटे का न तो कोई फोन आया और न ही कुछ पता चला है। जिस कारण पूरा परिवार चिंतित है।
परिवार ने जब ट्रेवल एजेंटों से बात की तो उन्होंने कहा कि उनका बेटा जर्मन पुलिस ने पकड़ा है। वह जल्द उसे छोड़ देंगे। परंतु कुछ दिन बाद उसके साथ गए 8 दोस्तों में से एक ने फोन कर बताया कि वह सभी लखानिया से लताविया होते हुए डौंकी में जा रहे थे। रास्ते में बर्फ गिरने लगी। 5 युवक तो सामने खड़ी गाड़ी में बैठ गए। जबकि तीन बर्फ की चपेट में आ गए। बाद में पता चला कि दो युवक किसी तरह बर्फ से निकल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए है।
परंतु उनके बेटे सागर की बर्फ में फंसने से मौत हो चुकी है। जब उन्होंने लताविया सरकार से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि एक शव बर्फ से बरामद हुआ है। परंतु शव की पहचान DNA टेस्ट से होगी। अब वह समझ नहीं पा रहे है कि वहां की सरकार तक डीएनए टेस्ट करवा कर कैसे पहुंचाया जाए।
पीड़ित पिता ने बताया कि इस संबंध में उसने लिखित शिकायत भुलत्थ पुलिस को 2 माह पहले की है। परंतु पुलिस 2 माह से लगातार टाल मटोल कर रही है। जिस कारण अभी तक ट्रेवल एजेंटों के खिलाफ कोई कार्रवाही नहीं की गई है।
इस संबंध में थाना भुलत्थ SHO हरजिंदर सिंह ने कहा कि मामला उच्चाधिकारियों के ध्यान में लाया गया है। मामले की गंभीरता से जांच की गई है। विदेश से उन्हें सूचना मिली है कि पुलिस को एक शव बरामद हुआ है। पीड़ित के माता-पिता का DNA टेस्ट भेजा जाए। ताकि शव की पहचान की जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि एक बार DNA टेस्ट विदेश भेजा था। लेकिन कुछ तकनिकी रिपोर्ट को देखते हुए वह विदेश से वापिस आ गया। और उन्होंने फिर से DNA मंगवाया है। वहीँ जाँच के बाद ट्रेवल एजेंटों के खिलाफ भी कारवाही की जायगी।