लुधियानाः बार्डर पर नशे की रोकथान को लेकर सरकार की ओर से सख्त एक्शन लिए जा रहे है। वहीं कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडिया ने पंजाब सरकार के दृष्टिकोण से पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में बॉर्डर पर 50 करोड़ की लागत से कैमरे लगाए जा रहे है। इस दौरान उन्होंने शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इन दोनों सरकारों में से खासकर अकाली दल सरकार के दौरान पंजाब में नशे की बीज को खत्म करने के लिए इतने करोड़ों रुपए खर्च करके नशे को पंजाब में खत्म किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में पहली सरकार है जो बच्चों की पढ़ाई, रोजगार, खेलों और बुजुर्गों की सेहत का ध्यान रखते हुए मोहल्ला क्लनीकि और अस्पताल खोल रही है। वहीं पंजाब में नशे को सरकार द्वारा खत्म किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युद्ध नशे के विरुद्ध मुहिम में काफी हद तक नशे को पंजाब में खत्म किया जा चुका है, लेकिन उसके बावजूद अभी कोई भी नशा बेचता या खरीदता है तो उस पर नकेल कसने के लिए ये कैमरे लगाए जा रहे है, ताकि इस चेन को तोड़ने के लिए उन पर निगरानी रखी जा सके।
उन्होंने मजीठिया का नाम लिए बिना कहा कि हाईकोर्ट ने उनकी जमानत रद्द की है, इसमें कुछ बात है तभी उनकी जमानत रद्द की गई। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि अगर उनका नाम लगता था और तभी उन्होंने पंजाब के लोगों को बर्बाद किया था। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि अगर इनकी सरकारें नशे के खिलाफ काम करती तो शायद आज करोड़ों रुपए खर्च करके कैमरे ना लगाने के लिए सरकार को मजबूर होना पड़ता।
वहीं मजीठिया द्वारा कहा जा रहा हैकि आप सरकार की ओर से दवाब बनाया जा रहा है, जबकि ऐसा कुछ नहीं है, वहीं कैबिनेट मंत्री ने कहा कि साढ़े 3 साल में बच्चों के खेलने के लिए मैदान बनाए गए। युद्ध नशे विरुद्ध मुहिम में नशे को खत्म किया गया। सड़कों का बुरा हाल था जिसमें सुधार लाया गया। वहीं स्कूलों में करोड़ों रुपए लगाए गए है, अगर पिछली सरकारें अच्छा काम करती तो यह हाल ना होता। आप सरकार ने साढ़े 3 साल में काफी विकास किया है।
