सुल्तानपुर लोधीः उज्ज्वल भविष्य के लिए हर कोई विदेश जाना चाहता है, लेकिन अक्सर कुछ चंद पैसों की खातिर एजेंट लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे है। जिससे उन्हें सदियों भर मजबूरी में वह काम भी करने पड़ते है जिन्हें कभी सोचा भी नहीं होगा। एक ऐसा मामला लुधियाना से सामने आया है। लुधियाना की युवती मस्कट (ओमान) गई थी। उसे अच्छी नौकरी के बदले बढ़िया वेतन देने की बात की गई थी, लेकिन उसे क्या पता वहां उसे नर्क भरी जिंदगी जीनी पड़ेगी। युवती ने बताया कि उसे दोस्त के जरिए ओमान के मस्कट में एजेंट ने बेच दिया था।
राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल और विदेश मंत्रालय के प्रयासों से वापस लौटी है। पीड़िता ने अपनी आपबीती सुनाते बताया कि वहां क्लीनिक का काम करने की बजाय उससे जबरन दूसरा काम करवाया जा रहा था। जब उसने विरोध किया तो उसे मुसलमानों को बेच देने या जान से मार देने की धमकी दी गई। उसे जिस काम के लिए बुलाया गया था, वह काम उसे नहीं दिया गया और लड़कियों से उनकी मर्जी के खिलाफ दूसरा काम करवाया जाता था। उन्हें पूरा दिन काम करने के लिए खाना नहीं दिया जाता था और आराम के लिए सिर्फ 3 से 4 घंटे दिए जाते थे। जैसे ही वह वहां पहुंचे तो उनके फोन छीन लिया और वेतन देने की बजाय उनके पास जो पैसे थे, वह भी छीन लिए गए।
पीड़िता के साथ पहुंचे उसके परिजनों ने संत बलबीर सिंह सीचेवाल का धन्यवाद करते कहा कि उनके प्रयासों से ही उनकी बेटी कुछ ही दिनों में घर वापस आ गई। संत सीचेवाल ने कहा कि जब तक अरब देशों में इस तरह लड़कियों को फंसाने वाले गिरोह को नहीं पकड़ा जाता, तब तक इस व्यवहार को रोका नहीं जा सकता। उन्होंने विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास का धन्यवाद किया। संत सीचेवाल ने पंजाब के लोगों से अपील की कि वे ऐसे गिरोहों से दूर रहें जो मजबूरी और गरीबी का फायदा उठाकर लड़कियों को अरब देशों में फंसा रहे हैं।