सरपंच और वेरका सोसाइटी के इंचार्ज ने बताया साजिश
लुधियानाः जगराओं के हांस कलां गांव में नकली दूध को लेकर गांव वासियों में रोष पाया जा रहा है। दरअसल, गांव वासियों ने लगंर लगाने के लिए गांव की सोसाइटी से 4 ड्रम दूध के मंगवाए थे। गांव वासियों का कहना है कि जब उनके द्वारा 70 लीटर दूध को गर्म करना शुरू किया तो वह खराब होने लगा और देखते-देखते दूध रबड़ की तरह हो गया। जिसके बाद गांव वासियों ने नकली दूध की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। बताया जा रहा है कि गांव वासियों ने सेहत विभाग को इसकी शिकायत नहीं दी है। दूसरी ओर इस वीडियो के वायरल होने के बाद गांव के सरपंच व सोसाइटी के अधिकारी से इसे साजिश बता रहे हैं।
गांव हांस कला में चार साहिबजादों के शहादत पर्व के मौके पर दूध का लंगर लगाया गया था। गांव के लोगों के मुताबिक उन्होंने दूध गांव में बनी सोसाइटी के टैंकर से खरीदा था। दूध एक दिन पहले शाम को सोसाइटी से खरीदा गया और अगले दिन सुबह लंगर के लिए गर्म किया तो वह खराब हो गया। गांव की सरपंच मनप्रीत कौर के पति बलविंदर सिंह का कहना है कि लंगर में बाकी दूध ठीक था। सारा दूध सोसाइटी से ही लिया गया था। वीडियो वायरल करने वाले ने वहां मौजूद अन्य लोगों को भी इस बारे में नहीं बताया। वीडियो बनाने वाले का सोसाइटी के साथ कुछ झगड़ा चल रहा है। उन्होंने कहा कि बाकी गांव में भी किसी के घर में दूध खराब नहीं निकला है।
लोगों का कहना है कि पतीले में दूध जैसे जैसे गर्म होता गया वह रबड़ में तब्दील होता गया। लोगों को पहले लगा कि दूध फट गया है और पनीर में तब्दील हो गया लेकिन जब उसे हाथ से खींचने लगे तो वो रबड़ की तरह खिंचने लगा। फिर लोगों को लगा कि यह सिंथेटिक दूध है। वीडियो वायरल होने के बाद वेरका के अधिकारी जांच के लिए हांस कला गांव में पहुंचे। सोसाइटी के अधिकारियों ने सोमवार सुबह को दूध की सप्लाई नहीं की और रविवार को खराब हुए दूध के सैंपलों की जांच की।
अधिकारियों का दावा है कि दूध नकली नहीं था बल्कि खरीदने वाले ने सही तरीके से रख रखाव नहीं किया जिसकी वजह से दूध खराब हुआ। वेरका सोसाइटी के एरिया इंचार्ज कमल का कहना है कि वीडियो वायरल होने के बाद उन्होंने दूध के सैंपल खुद भी टेस्ट किए और लुधियाना में वेरका से भी चेक करवाए। उन्होंने कहा दूध बिल्कुल सही था। सुबह भी जब दूध के सेंपल पास हुए तब जाकर दूध आगे भेजा गया। एरिया इंचार्ज कमल ने बताया कि वीडियो वायरल करने वाले व्यक्ति ने लंगर के लिए 70 लीटर दूध शनिवार शाम को लिया।
सुबह उन्होंने दूध गर्म किया। आधा दूध ठीक था और आधा नकली कैसे हो गया। उन्होंने बताया कि वीडियो वायरल करने वाला पहले सोसाइटी का ही सदस्य था और वहां पर काम करता था। 3 महीने पहले उसे निष्कासित किया गया था तब भी वो दूध में मिलावट करते हुए पकड़ा गया था। अब उसने उसी रंजिश का बदला लेने के लिए यह वीडियो वायरल किया। एरिया इंचार्ज का कहना है कि ऐसे कैसे हो सकता है कि आधा दूध दूसरे पतीले में ठीक था और आधा नकली हो गया। उन्होंने कहा कि यह जानबूझकर की गई साजिश है।