चंडीगढ़ः मोहाली कोर्ट ने लॉरेंस बिश्नोई इंटरव्यू करवाने के मामले में पंजाब पुलिस के 6 अधिकारियों पर पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति दे दी है। ऐसे में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का जेल में इंटरव्यू करवाने के मामले में 6 पुलिस मुलाजिमों का पॉलीग्राफ टेस्ट करवाया जाएगा। मुलाजिमों का पॉलीग्राफ टेस्ट करवाने को लेकर ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास की अदालत में याचिका दायर की गई थी। जिसे अदालत ने मंजूर कर लिया है। सूत्रों के अनुसार इसी सप्ताह मुलाजिमों का पॉलीग्राफ टेस्ट होगा। एजीडीपी एंटी नारकोटिक्स टॉस्क फोर्स निलभ किशोर सरकारी वकील के साथ मोहाली अदालत में पेश हुए थे।
अधिकारियों में एएसआई मुख्तियार सिंह और कांस्टेबल सिमरनजीत सिंह, हरप्रीत सिंह, बलविंदर सिंह, सतनाम सिंह और अमृतपाल सिंह शामिल हैं। सभी 6 मुलाजिमों ने 16 अप्रैल, 2025 को मनप्रीत कौर (जेएमआईसी, एसएएस नगर) की अदालत में सुनवाई के दौरान स्वेच्छा से टेस्ट कराने पर सहमति जताई। पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की उनकी इच्छा के बारे में उनके बयान दर्ज कर लिए गए हैं। अदालत ने दलीलें सुनने के बाद जांच अधिकारी (आईओ) को नियमों के अनुसार पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति को मंजूर कर लिया और अदालत ने आवेदन को स्वीकार कर लिया और जांच अधिकारी को कानूनी प्रावधानों के अनुसार टेस्ट कराने का निर्देश दे दिया है। बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई इंटरव्यू मामले में सरकार ने बड़ी कार्रवाई कर डीएसपी गुरशेर सिंह संधू सहित 6 पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड किया था।
इन सभी को 3 अप्रैल 2022 को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का साक्षात्कार आयोजित करने का दोषी पाया गया था। लॉरेंस तब सीआईए पुलिस स्टेशन खरड़ में बंद था। ड्यूटी में कोताही और लापरवाही बरतने के आरोप में इन सभी को सस्पेंड किया गया था। करीब डेढ़ साल बाद लॉरेंस का यह इंटरव्यू एक टीवी चैनल पर चला था जो खूब वायरल हुआ। मोहाली के डीएसपी स्पेशल ऑपरेशन सेल गुरशेर सिंह संधू के अलावा जिन पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया गया था, उनमें समरन वनीत पीपीएस डीएसपी, सब इंस्पेक्टर रीना सीआईए खरड़, सब इंस्पेक्टर एलआर जगतपाल जग्गू एजीटीएफ, सब इंस्पेक्टर एलआर शगनजीत सिंह, एएसआई मुख्तियार सिंह, एचसी ओम प्रकाश शामिल थे।