होशियारपुरः दसूहा में पिछले दिनों एक परिवार और शराब कारोबारियों के बीच लड़ाई हाथापाई हो गई। इस घटना में विवाद इतना बढ़ गया था कि हमले में एक परिवार के 6 लोग जख्मी हो गए थे। इसी संबंध में आज शराब के कारोबार से जुड़े ठेकेदारों का पक्ष सामने आया। जिसमें उन्होंने इस पूरी घटना पर अपना स्पष्टीकरण देते हुए प्रेस वार्ता की। ठेकेदार सुखदेव सिंह ने बताया कि पिछले लंबे समय से दसूहा में नाजायज शराब की बिक्री जोरो पर है। इसी के मद्देनजर दसूहा में कुछ लोग इस नाजायज कारोबार से जुड़े है।
उन्हें कई बार समझाया गया कि अवैध शराब ना बेची जाए, लेकिन वह नहीं माने। पिछली 21 तारीख को उनके लोग ठेके की कलेक्शन लेने मराशगढ़ मोहल्ले स्थित ठेके पर गए। जहां पर कर्मचारियों पर नाजायज शराब बेचने वाले लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में कई लड़के गंभीर जख्मी हो गए, जिन्हें दसूहा के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। सुखदेव सिंह का कहना है कि दसूहा में नाजायज शराब की बिक्री के कारण ठेकों की बिक्री बहुत कम हो गई है। जिस कारण उनका काफी ज्यादा नुकसान हो रहा है।
कई बार आबकारी विभाग और पुलिस द्वारा उक्त लोगों के घर छापेमारी भी की गई, लेकिन वह बार-बार मना करने पर भी अवैध शराब कारोबार बंद नहीं कर रहे। शराब ठेकेदारों ने इस विषय पर आज दसूहा में एकत्रित होकर पंजाब सरकार और दसूहा पुलिस से गुहार लगाई है कि इन अवैध शराब बेचने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए। इस दौरान उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर अवैध शराब का कारोबार बंद नहीं तो आने वाले समय में वह अपने ठेके बंद कर चाबियां प्रशासन के हवाले कर देंगे।