कपूरथलाः पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली जब दोहरे अपहरण और हत्या के मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। दरअसल, पुलिस ने कई राज्यों में गहन जांच और छापेमारी के बाद गुत्थी को सुलझाया। मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी गौरव तूरा ने बताया कि 24 अप्रैल को पुलिस थाना सदर फगवाड़ा में सुदेश कुमार से सूचना मिली कि उनके पुत्र संजीव कुमार और उसकी दोस्त अंजू पाल, जो फगवाड़ा के ए.जी.आई. फ्लैट्स में रह रहे थे वह लापता हैं। पुलिस थाना सदर फगवाड़ा की टीम मौके पर पहुंची, जहां फ्लैट में पलकदीप नाम की एक लड़की मिली। लड़की ने बताया कि 3 अज्ञात व्यक्तियों ने उसकी मां अंजू पाल और संजीव कुमार को 19/20 अप्रैल की मध्यरात्रि में अपहरण कर लिया था।
सूचना की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए, मामला संख्या 43 विभिन्न धाराओं के तहत फगवाड़ा में दर्ज किया गया। जिसके बाद एस.पी.डी. तथा एस.पी. फगवाड़ा के नेतृत्व में तुरंत विशेष टीमों का गठन किया गया, इस दौरान तकनीकी और मानव गुप्त जानकारी के माध्यम से विस्तृत जांच के दौरान सूचना मिलने के 24 घंटों के भीतर, कपूरथला पुलिस ने मामले के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया गया। आरोपी की पहचान हरविंदर सिंह उर्फ पिंदर के रूप में हुई है। आरोपी हाल ही में पैरोल पर आया था और अब फरार था। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि कुलदीप उर्फ बिल्ला, बलराज कौर और रुपिंदर उर्फ पिंदरा ने दोषियों को लॉजिस्टिकल सहायता प्रदान की थी और इसलिए उन्हें 27.04.2025 को लुधियाना से गिरफ्तार भी किया गया था।
विस्तृत जांच करते हुए पुलिस ने गुजरात के कच्छ क्षेत्र में हरविंदर सिंह उर्फ बिंदर के ठिकाने को घेर लिया और गुजरात पुलिस के साथ निकट सहयोग करते हुए काम किया। कपूरथला पुलिस ने 28.04.2025 को गुजरात के कच्छ क्षेत्र से मुख्य आरोपी हरविंदर सिंह उर्फ बिंदर को गिरफ्तार करने में सफलता पाई। सूचना मिलने के 72 घंटों के भीतर आरोपी को गुजरात से फगवाड़ा ट्रांजिट रिमांड पर लाया गया और 01.05.2025 को आरोपी को इलाका मजिस्ट्रेट फगवाड़ा की अदालत में पेश किया गया, जहां माननीय अदालत ने आरोपी को 08 दिनों की पुलिस रिमांड दी। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी से पूरी तरह पूछताछ की गई और सभी तकनीकी तथा मानवीय पहलुओं पर काम किया गया।
इस दौरान आरोपी हरविंदर सिंह उर्फ बिंदर ने खुलासा किया कि उसका विवाह वर्ष 2019 में अंजू पाल से हुआ था, जिसके बाद जब भी वह पैरोल पर बाहर आता था, वह उससे मिलने आता था। हाल ही में अंजू ने उसे मैसेज करना बंद कर दिया था और उसके खिलाफ दर्ज कई मामलों में जमानत/पैरोल के लिए कानूनी लड़ाई में उसका समर्थन नहीं किया था। इसी कारण 19/20 अप्रैल 2025 की मध्यरात्रि लगभग 01 बजे हरविंदर सिंह अपने साथी दोषी मनजोत सिंह उर्फ फ्रूटी निवासी लुधियाना और एक अन्य दोषी के साथ अंजू पाल के फ्लैट में घुस गए और उन्होंने दोनों पीड़ितों के हाथ बांध दिए। फिर ए.जी.आई. गार्डन फगवाड़ा के एक फ्लैट से गन पॉइंट पर उन्हें अगवा कर लुधियाना के एक खेत में ले गए।
जहां उसने सह-आरोपियों की मदद से दोनों पीड़ितों का गला घोंटकर हत्या कर दी। लेकिन जब शवों के बारे में पूछा गया तो आरोपी ने झूठी कहानियां गढ़ीं कि शवों को राजस्थान फीडर नहर में फेंक दिया गया है और शवों की बरामदगी में सहयोग नहीं किया तथा उनसे बचने की कोशिश की। एक अन्य आरोपी जशनप्रीत सिंह उर्फ जस्सू निवासी लुधियाना को भी 02.05.2025 को गिरफ्तार किया गया। जशनप्रीत ने भी आरोपियों को लॉजिस्टिक्स सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उस वाहन को भी नष्ट कर दिया जिसमें आरोपियों ने जोड़े को अगवा किया था।