पटियाला: सेना के कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ और उनके बेटे से 13 मार्च को पटियाला में एक ढ़ाबे के बाहर हुई मारपीट की जांच सीबीआइ को दी गई थी। वहीं कर्नल पुश्पिंदर सिंह बाठ केस की विभागीय जांच पूरी हो गई है। मामले की जांच एसएसपी वरुण शर्मा द्वारा की गई है। इस मामले में नामज़द चार इंस्पेक्टरों और दो अन्य कर्मचारियों की तीन साल की सेवाओं में कमी कर दी गई है।
ऐसे में इन 3 वर्षों के दौरान ना तो उन्हें तरक्की मिलेगी और ना ही कोई भत्ता या अतिरिक्त वेतन दिया जाएगा। इस दौरान पुलिस कर्मचारी मुक्त रहेंगे और पटियाला जिले से बाहर पोस्टिंग रहेगी। बता दें कि इस मामले में पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने पहले से दर्ज एफआइआर को अपने अलग मामले के रूप में फिर से दर्ज किया था। जिसमें कुल 6 लोगों को आरोपी बनाया गया था, जिनमें से एक अज्ञात व्यक्ति शामिल है।
खास बात यह है कि आरोपियों में 3 पुलिस इंस्पेक्टर और 2 पुलिस कर्मचारी हैं। सीबीआई ने जिन लोगों को खिलाफ केस दर्ज किया है। उनमें रोनी सिंह, हरजिंदर सिंह ढिल्लों, हैरी बोपाराय (तीनों पुलिस इंस्पेक्टर), राजीव सिंह व सुरजीत सिंह और एक आरोपी अज्ञात है। सीबीआई ने अपनी विशेष अपराध इकाई को इसकी जांच सौंपी दी। जिसके बाद आज इस मामले की जांच पूरी होने के बाद पुलिस कर्मियों की सेवाओं में कटौती की गई।