फिरोजपुरः फरीदकोट और फिरोजपुर के ट्रैवल एजेंटों से 5 करोड़ रुपए की फिरौती मांगने के मामले की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। इस मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले की जानकारी देते हुए एएसपी भूपिंदर सिंह ने बताया कि उन्हें ट्रैवल एजेंट आशिष शर्मा ने फिरौती की शिकायत दी थी। शिकायत के अनुसार पीड़ित ने बताया कि आरोपियों द्वारा उसे फोन पर जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं और 5 करोड़ रुपये फिरौती की मांग की जा रही है। पीड़ित ने कहा कि उसे लगातार अलग-अलग फोन नंबरों से कॉल आ रही थीं। जिसके बाद पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज करके सीआईए स्टाफ ने गहनता से जांच की।
पुलिस द्वारा जब उक्त नंबरों की जांच की गई तो पता चला कि धमकियां देने वाले और फिरौती वसूलने वाले गुरदासपुर, फिरोजपुर और पट्टी शहर के निवासी हैं। जब तीनों की कॉल डिटेल खंगाली गई, तो गिरोह के तीनों सदस्यों की पहचान करके आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान सामने आया कि गिरफ्तार तीनों आरोपी चमकौर सिंह, करनदीप सिंह और पलविंदर सिंह मिलकर एक इमीग्रेशन सेंटर चला रहे थे, लेकिन उसमें उन्हें ज्यादा कमाई नहीं हो रही थी। इसलिए उन्होंने जल्दी अमीर होने के लिए यह रास्ता चुना। तीनों ने इमीग्रेशन का काम करने वाले लोगों को ही अपना शिकार बनाने की योजना बनाई और आशीष शर्मा को फोन करके 5 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी और फिरौती न देने पर जान से मारने की धमकियां दीं।
आरोपी शातिर थे कि उन्होंने पहले फरीदकोट में एक लूट की वारदात को अंजाम दिया और पिस्टल के बल पर एक मोबाइल फोन की लूट की। उसी मोबाइल फोन का इस्तेमाल करके उन्होंने फरीदकोट और फिरोजपुर के ट्रैवल एजेंटों से 5-5 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। पुलिस ने उन मोबाइल फोन की टॉवर की लोकेशन्स से इन तीनों आरोपियों की पहचान की और उन्हें धर दबोचा। एएसपी भूपिंदर सिंह ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से 7 मोबाइल फोन, एक नकली पिस्टल और एक कार बरामद हुई है। आरोपियों से आगे पूछताछ जारी है कि उन्होंने और कितनी बार फिरौती के लिए धमकियां दीं या फिर कितनी बार फिरौती वसूल की, ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके। गिरफ्तार आरोपियों पर पहले कोई मुकदमा दर्ज नहीं है।