DIG Kuldeep Singh Chahal ने किये खुलासे
बरनाला: जिले के गांव शहणा में पूर्व सरपंच मलकीत कौर के बेटे सुखविंदर सिंह ‘कलकत्ता’ की हत्या के संबंध में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। DIG कुलदीप सिंह चहल ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि SSP मोहम्मद सरफराज आलम और उनकी टीम ने इस हत्याकांड को सुलझाते हुए मुख्य हत्यारे सहित 2 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
DIG Kuldeep Chahal ने बताया कि दिनांक 4 अक्टूबर 2025 को हुई उक्त वारदात के संबंध में मृतक सुखविंदर सिंह कलकत्ता के भाई सुखजीत सिंह धालीवाल के बयान के आधार पर थाना शहणा, बरनाला में मुकदमा नंबर 97 दिनांक 04-10-2025 धारा 103(1), 61(2) BNS, 25 आर्म्स एक्ट के तहत हरजिंदर सिंह उर्फ जिंदर पुत्र बहादुर सिंह निवासी शहणा और गुरदीप दास उर्फ दीपी बावा पुत्र बलवंत दास निवासी शहणा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
मुकदमे के अनुसार आरोपी गुरदीप दास उर्फ दीपी बावा की पत्नी वर्ष 2018 में गाँव शहणा का सरपंच चुनाव मृतक सुखविंदर सिंह की माता मलकीत कौर से हार गई थी। इसके अलावा, मृतक सुखविंदर सिंह ने आरोपी गुरदीप दास के परिवार से पंचायती जगह का कब्जा भी छुड़ाया था, जिसके कारण गुरदीप दास मृतक सुखविंदर सिंह के साथ रंजिश रखता था।
दिनांक 04-10-2025 को शाम करीब 4 बजे गांव शहणा के बस अड्डे पर एक दुकान के अंदर बैठे मृतक सुखविंदर सिंह कलकत्ता की आरोपी हरजिंदर सिंह द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तकनीकी और फोरेंसिक विशेषज्ञों सहित विभिन्न टीमें बनाकर जांच शुरू की गई। जांच के दौरान मुख्य आरोपी हरजिंदर सिंह और गुरदीप दास को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपी हरजिंदर सिंह से वारदात में इस्तेमाल किया गया अवैध पिस्तौल 30 बोर और 3 जिंदा कारतूस बरामद किये है। आरोपी हरजिंदर सिंह यह अवैध पिस्तौल दिनांक 03-10-2025 को लुधियाना से अपने एक साथी से लेकर आया था।
जांच में यह बात सामने आई है कि जगविंदर सिंह उर्फ पपलू पुत्र रणजीत सिंह निवासी शहणा, आरोपी हरजिंदर सिंह के साथ उक्त हथियार लेने के लिए लुधियाना गया था। जगविंदर सिंह उर्फ पपलू को भी मुकदमे में नामजद कर गिरफ्तार कर लिया गया है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि मुख्य आरोपी हरजिंदर सिंह पिछले कुछ समय से मृतक सुखविंदर सिंह कलकत्ता से पैसों की मांग कर रहा था, लेकिन मृतक ने उसका फोन उठाना बंद कर दिया था। आरोपी हरजिंदर सिंह को पैसों की जरूरत रहती थी।
आरोपी हरजिंदर सिंह द्वारा वारदात के बाद सोशल मीडिया पर लाइव होकर पोस्ट किए गए एक वीडियो से भी इस बात की पुष्टि होती है। उक्त वारदात में दूसरे आरोपी गुरदीप दास उर्फ दीपी बावा की भूमिका के संबंध में गहराई से जांच की जा रही है, जिसकी मृतक के साथ पुरानी रंजिश थी। पुलिस ने बताया कि आरोपी हरजिंदर सिंह ने वारदात के बाद अपना मोबाइल फोन किसी अज्ञात जगह पर फेंक दिया था, जिसे बरामद करवाया जाना बाकी है। उक्त मोबाइल फोन की बरामदगी के बाद मोबाइल फोरेंसिक लैब से गहराई से जांच करवाई जाएगी और वारदात में किसी अन्य व्यक्ति की भूमिका या कोई नए तथ्य सामने आने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने मृतक सुखविंदर सिंह कलकत्ता का हथियार जमा कराने के संबंध में सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों का खंडन करते हुए बताया कि मृतक का हथियार लाइसेंस दिनांक 07-12-2029 तक वैध था, जिस पर एक 32 बोर रिवॉल्वर दर्ज था। मृतक सुखविंदर सिंह कलकत्ता ने अपनी उक्त रिवॉल्वर बेचने के लिए मई 2025 में एन.ओ.सी. (अनापत्ति प्रमाण पत्र) के लिए आवेदन किया था और एन.ओ.सी लेने के बाद अपनी उक्त रिवॉल्वर बेच दी थी। पुलिस ने यह भी बताया कि आरोपी हरजिंदर सिंह के खिलाफ पहले चार मुकदमे और गुरदीप बावा के खिलाफ पहले दो मुकदमे दर्ज हैं।