गुरदासपुर। शहर में करीब 24 घंटे से अमृतसर पठानकोट नेशनल हाईवे पर लगा जाम खुल गया है। जहां, शहर के एक निजी अस्पताल के डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पीड़ित परिवार द्वारा मृतक आशुतोष के शव को रखकर बाईपास पर धरना दिया गया और परिवार के समर्थन में समाज सेवी नेता और शहरवासी भी धरने पर बैठे रहे। जिसके बाद रात में भी बाइपास पर लंबा जाम लगा रहा। इसके बाद आज शहर बंद का आह्वान भी पूरी तरह सफल रहा। शहर के दुकानदारों ने अपनी दुकानें पूरी तरह बंद रखीं थीं।
बता दें, कि मामला पथरी के इलाज के लिए शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराये गये आशुतोष महाजन की ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई। इसकी को लकेर परिजनों ने डाक्टरों पर आरोप लगाते हुए शव को हाइवे पर रख धरना प्रदर्शन दे रहे थे।
हालांकि डॉक्टर का कहना था कि ऑपरेशन के दौरान आशुतोष को दिल का दौरा पड़ा और फिर पैरालिटिक अटैक आया, जिससे उनकी मौत हो गई, लेकिन परिवार और सामाजिक संगठनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
कल भी प्रशासनिक अधिकारी परिवार और संगठनों को समझाने की कोशिश करते रहे, लेकिन बात सिरे नहीं चढ़ी। जिसके बाद आज एसपी जगराज सिंह, एसडीएम तजिंदर सिंह और एसपी बलविंदर सिंह के साथ लंबी बातचीत के बाद प्रदर्शनकारी और उनके परिवार धरना खत्म करने पर राजी हो गए। बताया गया है कि प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों की सभी मांगें मान ली हैं।
पीड़ित परिवार को रेडक्रॉस और प्रशासन की ओर से आर्थिक सहायता और बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी का आश्वासन दिया गया है। इसके साथ ही डॉक्टरों की एक टीम मृतक का पोस्टमार्टम कर आशुतोष महाजन की मौत के कारणों की जांच करेगी। रिपोर्ट में अगर डॉक्टर की कोई लापरवाही पाई गई तो उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।
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