तरनतारन – हलका खेमकरण ब्लॉक भिखीविंड के गांव बलेहर में उस समय शोक की लहर दौड़ गई। जब बालेर निवासी जवान जगरूप सिंह पुत्र हरदयाल सिंह उम्र लगभग 26-27 वर्ष, जो लगभग 6 वर्ष पूर्व सेना में भर्ती हुआ था। जैसलमेर में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गया। जब उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बलेर पहुंचा तो परिवार का दर्द देखा नहीं गया। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल था और पूरा गांव भावुक था। इस मौके पर सेना के जवान भी मृतक के साथ गांव पहुंचे और जगरूप सिंह को सलामी दी। नायब सूबेदार सतनाम सिंह ने कहा कि जगरूप सिंह को शहीद का दर्जा दिया गया है। यहां बता दें कि मृतक जगरूप सिंह अपने पीछे 2 बहनें, एक भाई जो सेना में कार्यरत है और अपने माता-पिता को रोता-बिलखता छोड़ गया है। इस मौके पर गांव के सरपंच गुरप्रीत सिंह सेरा, नंबरदार करतार सिंह, हरपाल सिंह महासचिव शिरोमणि अकाली दल मान और उनके परिवार ने केंद्र सरकार और पंजाब सरकार से शहीद को मिलने वाली सभी सुविधाएं देने की मांग की। उन्होंने पंजाब सरकार से शहीद की याद में एक स्मारक द्वार और एक खेल स्टेडियम बनाने की भी मांग की।
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