लुधियाना: पंजाब के जिला लुधियाना में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (किसान कांग्रेस) के राष्ट्रीय समन्वयक गुरसिमरन सिंह मंड पिछले साढ़े तीन महीने से घर में नजरबंद है। इसी से परेशान होकर मंड ने लुधियाना कमिश्नरेट को छोड़कर देहाती इलाके में जाकर रहने का फैसला किया है। रविवार को मंड अपने घर से सुरक्षा कर्मचारियों के रोकने के बावजूद नजरबंदी तोड़ भागने लगा। मंड को रोकने की सुरक्षा कर्मचारियों ने काफी कोशिश की, लेकिन वह जमीन पर लेट गया। बता दें कि गुरसिमरन सिंह मंड को धमकियां मिली हैं, इस कारण उसे पुलिस ने नजरबंद किया हुआ है। उसके घर के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं और आस-पास का इलाका भी बंद किया हुआ है। मंड ने कहा कि नजरबंदी का अधिकारियों के पास कोई ऑर्डर नहीं है, उसे जबरी नजरबंद किया गया है।
मंड का कहना है कि वह जिला पुलिस के अधिकारियों से परेशान आ चुका है। उसे किसी सामाजिक समारोह आदि में जाने नहीं दिया जा रहा। वहीं कारोबार बंद है, जिस कारण उसे रोटी के लाले पड़ चुके हैं। अधिकारियों से परेशान होकर वह लुधियाना कमिश्नरेट छोड़ देहाती एरिया जगराओं आदि में रहना चाहता है। गुरसिमरन मंड ने कहा कि यदि नजरबंदी न हटाई गई तो वह कल पुलिस प्रशासन को घर की चाबियां देने जाएगा। मंड मुताबिक उसके गनमैन भी उसका कहना नहीं मानते।
कई विवाह समारोह आदि पर उसने जाना होता है, लेकिन उसे समारोह आदि में जाने की परमिशन नहीं मिलती। मंड ने भगवंत मान सरकार से मांग की है कि उसकी नजरबंदी हटाई जाए।