Goldy Brar ने Moosewala की 29 मई को मरने की बताई असल वजह
Goldy ने अपराधी दुनियां में कदम रखने को लेकर किया खुलासा
मोहालीः गैंगस्टर गोल्डी बराड़ की सोशल मीडिया पर एक ऑडियो वायरल हुई है। जिसमें वह मूसेवाला परिवार का जिक्र कर रहा है। इस दौरान गोल्डी ने कहा कि हम सोसायटी का वह हिस्सा है, जिसमें कोई आना नहीं चाहता। गोल्डी ने कहा कि वह बुरे है और वह इस सोसायटी से बाहर आना भी नहीं चाहते। गोल्डी ने कहाकि वह अपने आपको सच्चा साबित करने के लिए ऑडियों शेयर नहीं कर रहा, बल्कि मुझे उन लोगों पर तरस आ रहा है कि जो लोगों ने ना सर्दी और ना गर्मी देखी, फिर भी मूसेवाला परिवार की दिन-रात सपोर्ट की है। गोल्डी ने कहाकि हमारे खिलाफ बोले उसकी भी कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि दुनियां ओर भी बहुत कुछ बोलती है।
गोल्डी ने कहा कि मरता क्या नहीं करता, क्योंकि उसने कोई ओर रास्ता भी नहीं छोड़ा था। गोल्डी ने कहाकि उसने 40-40 घंटे लगातार ट्रक चलाया है, उस समय वह लोगों में अच्छा था। लेकिन अब कुछ नशेड़ियों ने उन्हें गलत करार करना शुरू कर दिया। गोल्डी ने कहा कि उन्होंने किसी का हक नहीं मारा। गोल्डी ने कहा कि 12 अक्टूबर 2020 को उसके भाई को मारा गया। गोल्डी ने कहा कि उससे पहले कोई कह दें कि गोल्डी ने किसी से 5 पैसे भी देने थे। जिसके बाद वह गलत दिशा में आना शुरू हो गया। गोल्डी ने कहा कि लोग कह रहे है कि सिद्धू मूसेवाला पंथक सोच का व्यक्ति था और उसके पिता बलकौर मूसेवाला पंजाबियों को मिस गाइड कर रहे है। गोल्डी ने कहा कि जो मूसेवाला की सोच थी वहीं उसके पिता की सोच है। गोल्डी ने कहाकि जब से मूसेवाला की वोट बनी है, उन्होंने कांग्रेस के अलावा किसी को वोट नहीं डाली। गोल्डी ने कहा कि 1984 सहित कई सिखों के साथ बेइंसाफी के मामले आए, लेकिन मूसेवाला के पिता कह रहे है कि उन्होंने कांग्रेस के अलावा किसी ओर को वोट नहीं डाली।
गोल्डी ने कहा कि अगर अब भी लोग उन्हें शहीद परिवार कहना चाहते है तो वह उन लोगों की मर्जी है। गोल्डी ने कहा कि ऐसा कहकर शहीदों की बेइज्जती ना करें। गोल्डी ने मूसेवाला कि कुछ बाते याद कराते हुए कहा कि आप उस मूसेवाला को पंथक बता रहे है जिसने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी। गोल्डी ने कहा कि जिस दिन मूसेवाला के दफ्तर का उदघाटन था उस दिन बेअंत सिंह का पोता रवनीत बिट्टू मानसा पहुंचा और उसने दफ्तर का उद्घाटन करवाया। उन्होंने कहा कि उसकी फोटो आज भी सोशल मीडिया पर मिल जाएगी। उमरांनगल का जिक्र करते हुए गोल्डी ने कहा कि यह शराब पीकर वहां पर नाच रहा था। गोल्डी ने कहा कि इसकी वीडियो भी आज सोशल मीडिया पर पड़ी होंगी। गोल्डी ने कहाकि वही परिवार है जिसकी 3 पीढ़ियों ने सिखों का खून पिया। गोल्डी ने कहा कि यह पंथ के उल्ट चला था। गोल्डी ने कहा कि मूसेवाला को शहीद कैसे कहा जा सकता है, मूसेवाला का 5 जून को दिल्ली में शो था।
गोल्डी ने कहाकि उस दिन संत जनरैल सिंह भिंडरावाला की बरसी होती है, लेकिन उस दिन वह शो करने वाला था। गोल्डी ने कहा कि इस दिन कोई जन्मदिन भी नहीं मनाता है। गोल्डी ने कहाकि यह शो की सारी टिकटें बुक हो चुकी थी। गोल्डी ने कहाकि वह उक्त शो को नहीं लगने देना चाहते है। गोल्डी का कहना हैकि अगर 5 जून को वह शो लग जाता, जहां हजारों लड़कें लड़कियां शराब पीकर डांस कर रहे होते, जिसमें सिख युवक भी मौजूद होते। गोल्डी ने कहाकि इस शो से कौम के लिए शर्म की बात होती। जिस दिनों में कीर्तन लगने चाहिए, उस दिन मूसेवाला शो लगाने जा रहा था। गोल्डी ने कहा कि 5 जून ही क्यों चुनी थी, गोल्डी ने कहा कि लोगों ने इस शो का काफी विरोध भी किया था, उस समय मूसेवाला ने सोशल मीडिया पर कहा था कि उसका शो बुक हो चुका है, वह क्या भूखे मर जाए।
गोल्डी ने कहा कि मूसेवाला की मौत भी शायद इसलिए ही आई है। गोल्डी ने कहा कि मूसेवाला को महाराज ने काफी कुछ दिया था, लेकिन इसमें फिर भी सब्र नहीं था। गोल्डी ने कहा कि वह एक दिन शो को कैंसिल भी कर सकता था। गोल्डी ने कहा कि अगर 29 मई को ना मरता तो 5 जून को शो लगने से कौम की काफी बेइज्जती होनी थी। गोल्डी ने कहा कि मूसेवाला का एसवाईएल शहीदों को लेकर उसके मरने के बाद आया है। गोल्डी का कहना है कि उसे लगता है कि वह गाना उसने नहीं गाया है, उसका कहना है कि आजकल एआई के जरिए आवाज बदलकर तैयार हो जाता है। गोल्डी ने कहाकि उसने कभी भी संत जनरैल का टैटू भी नहीं बनवाया था, लेकिन उसके बावजूद मूसेवाला के प्रशंसक संत जनरैल के टैटू मूसेवाला के हाथ पर लगाने के दावे कर रहे थे।