मानसाः पंजाब के एक प्राइवेट स्कूल के स्टूडेंट्स ने पहला पंजाबी सिख रोबोट बनाया है जिसका नाम जार्विस रखा गया है। स्कूल के 11वीं-12वीं के स्टूडेंट्स ने इसका रोड पर ट्रायल किया और इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया। वीडियो में स्टूडेंट्स बता रही हैं कि उनका रोबोट ऊंची जगहों पर आसानी से जा सकता है।
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— Encounter India (@Encounter_India) December 7, 2025
बम डिफ्यूज कर सकता है और आग तक बुझा सकता है। मानसा-बरनाला रोड स्थित स्कूल के स्टूडेंट्स ने रोबोट का ट्रायल करने के दौरान कहा कि सभी बच्चों को इस तरह की खोजें करनी चाहिए ताकि आगे चलकर देश को टेक्नोलॉजी में आगे बढ़ाया जा सके। बच्चों ने कहा कि ऐसी पहल कदमियां हर किसी को करनी चाहिए ताकि प्रैक्टिकल एजुकेशन का मियार ऊंचा हो सके।
स्टूडेंट्स ने बताया कि ये रोबोट बात को समझकर उसका जवाब दे सकता है। इसका ट्रायल दिखाते हुए स्टूडेंट्स पूछते हैं कि तुम्हारा नाम क्या है, तो रोबोट जवाब देता है कि मेरा नाम जार्विस है। स्टूडेंट्स ने बताया कि यह वहां भी जाकर काम कर सकता है, जहां पर इंसान नहीं जा सकते। इसमें इंसानों की तरह कई तरह के सेंसर लगाए गए हैं, जिससे ये आसानी से किसी भी काम को कर सकता है। स्टूडेंट्स ने कहा कि पहला पंजाबी रोबोट बनाने के लिए हमारा हौसला बढ़ाएं।
स्टूडेंट्स ने इस रोबोट को स्कूल की अटल टिंकरिंग लैब में तैयार किया है। ये लैब भारत सरकार के इनिशिएटिव है, जिसमें 6वीं क्लास से 12वीं तक के बच्चों को टेक्नोलॉजी सिखाई जाती है। अटल टिंकरिंग लैब्स (ATL) की शुरुआत 2016 में नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन (AIM) के तहत की गई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य स्कूलों में छात्रों में इनोवेशन और स्टार्टअप की संस्कृति को बढ़ावा देना है।