श्री आंनदपुर साहिब : देश का अनदाता कभी बाढ़, कभी सुखे, कभी कीटनाशक अथवा खाद ना मिलने से परेशान रहता है और यही कारण है कि कई किसान कृषि का धंधा छोड़ने को मजबूर हो रहे है। ताजा मामला है यूरिया खाद ना मिलने से जुड़ा। जिला रूपनगर के किसानों को यूरिया लेने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होना पड़ता है। जबकि यूरिया का सबसे बड़ा कारखाना नंगल में ही है हालात यह है कि उपमंडल नंगल के तहत पड़ते विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों को यूरिया लेने हिमाचल में जाना पड़ रहा है। परेशान किसानों की माने की माने तो फसल की अधिक पैदावार पाने के लिए यूरिया खाद और दवाईयों के छिड़काव की बहुत जरूरत होती है।
इसके बिना फसल पीली पुगी जैसी बिमारी की शिकार हो जाती है।किसानों ने सरकार व प्रशासन से यूरिया व दवाईयां जल्द मुहैया करवाने की मांग की है। उधर जब इस बारे में जानकारी लेने हेतु डीसी रूपनगर प्रीति यादव से सम्पर्क किया, तो उन्होंने माना की डाया, डीएपी व यूरिया की कमी से किसान काफी परेशान है। लेकिन इस बार स्ट्रीम लाईन करवा किसानों की इस ममस्या को दूर करने का प्रयास किया गया है। हमारा प्रयास है कि किसानों को समय पर दवाईयां, सप्रे व यूरिया उपलब्ध हो। उधर कृषि विभाग के प्रमुख ने जिला रूपनगर में यूरिया की कमी को सिरे से नकारते हुए कहा कि टैगिंग की दिक्कत है। यूरिया तो भरपूर मात्रा में उपलब्ध है।
Disclaimer: All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read carefully and Encounter India will not be responsible for any issue.