फिरोजपुर : डेंगू के सीजन के बीच फिरोजपुर में एक और जानलेवा बीमारी ने पांव पसार लिए हैं, इस बीमारी का नाम गलघोटू यानी डिप्थीरिया है, इस बीमारी से फिरोजपुर में पहली मौत हो गई है, जिसे लेकर सेहत अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए हैं, यहां तक की बीमारी की जांच करने के लिए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की टीम भी फिरोजपुर पहुंच चुकी है। जानकारी मुताबिक जिस तीन साल की बच्ची की मौत हुई है। फिरोजपुर शहर की बस्ती आवा वाली के रहने वाले हैं, बच्ची की मौत 8 अक्टूबर को फरीदकोट में हुई थी, बीमारी ने एक ही दिन के प्रभाव में मौत के मुंह में पहुंचा दिया, बच्ची की मौत के बाद इलाके के लोगों में दहशत का माहौल है।
हर परिवार इसी खौफ में जी रहा है, कि कहीं उनके बच्चे भी बीमारी का शिकार ना हो जाए। गल घोटू बीमारी से चार साल की बच्ची की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग के हाथ-पांव फूल गए है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने आवा बस्ती और बोरिया वाली बस्ती में इस बीमारी का सर्वे शुरू कर दिया है। गौरतलब है कि तीन दिन पहले रेखा नाम की एक लड़की की उक्त बीमारी के कारण मौत हो गई थी। उसे इलाज के लिए पहले सिविल अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन वहां से उसे फरीदकोट मेडिकल सेंटर में स्थानांतरित कर दिया गया जहां उसकी मौत हो गई।
जिसके चलते अब स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है और इन बस्तियों में एक से सात साल तक के बच्चों को टीका लगाया जा रहा है और कितने बच्चों में इस बीमारी के लक्षण हैं इसका सर्वे शुरू कर दिया गया है। निवासियों ने बताया कि पहले भी इस रहस्यमयी बीमारी से तीन से चार बच्चों की मौत हो चुकी है और इस बीमारी के कारण लोगों में डर का माहौल है। स्वास्थ्य विभाग के जजप्रीत ने बताया कि ने घर-घर सर्वे शुरू कर दिया है और लोगों को इस बीमारी के लक्षणों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया की इस बिमारी के दौरान मरीज को सांस लेने की मुश्किल होती है।
