लुधियानाः लोकसभा चुनावों में लुधियाना सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने रवनीत बिट्टू को हराकर जीत दर्ज की। राजा वडिंग की जीत के बाद जहां पार्टी के जिलाध्यक्ष संजय तलवाड, पूर्व विधायक सुरिंदर डाबर, कुलदीप वैद, कैप्टन संदीप संधू, जस्सी खंगूडा समेत सैकडों पार्टी कार्यकर्ताओं और वर्करों ने राजा की जीत का जश्न मनाया, वहीं पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु ने जीत के बाद बिल्कूल चुप्पी साध ली। वह राजा के जश्न में एक बार भी शामिल नहीं हुए और न ही सोशल मीडिया द्वारा कोई बधाई वगैरह दी।
जिसके बाद आज बुधवार को भारत भूषण आशु ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर कर दिल के दर्द जाहिर किया। दरअसल, पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु लोकसभा लुधियाना से टिकट के दावेदार माने जाते थे, लेकिन पार्टी हाईकमान ने आशु की टिकट काटकर राजा वडिंग को दे दी थी, तब से आशु लगातार निराश चल रहे थे। हालांकि वह कई बार राजा वडिंग के साथ चुनाव कैंपेन में भी साथ चले और लुधियाना पहुंचे राहुल गांधी की रैली में भी शामिल हुए थे, बावजूद आशु अपने दर्द को बयां नहीं कर पा रहे थे।
वह साथ चलकर भी निराश थे। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने पंजाब की जिन 7 सीटों पर जीत हासिल की है, उनमें लुधियाना सीट भी शामिल है। वहीं पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु ने बुधवार को राजा वडिंग की जीत के बाद एक पोस्ट डालकर अपने दिल के दर्द को जाहिर किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि रास्ते भी जिद्दी हैं, मंजिलें भी जिद्दी हैं, देखते हैं कल क्या होता है, हौंसले भी जिद्दी है। आशु की इस पोस्ट के क्या मायने हो सकते हैं, राजनीतिक खेमें में अब तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी हैं।
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