चंडीगढ़ः एनआईए ने दीपक रंगा को आज सुबह नेपाल बॉर्डर (गोरखपुर) से गिरफ्तार किया है। पिछले साल मई के महीने में मोहाली में पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर हुए आरपीजी हमले में रंगा मुख्य शूटर था। राष्ट्रीय एजेंसी ने बयान जारी कर इसकी जानकारी दी है। एनआईए ने कहा कि दीपक रंगा कनाडा स्थित गैंगस्टर से आतंकवादी बने लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा और पाकिस्तान स्थित गैंगस्टर से आतंकवादी बने हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंडा का करीबी सहयोगी है। एनआईए ने कहा कि वह रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड हमले में शामिल होने के अलावा दीपक रंगा हिंसक हत्याओं सहित कई अन्य आतंकवादी और आपराधिक अपराधों में शामिल रहा है। एनआईए ने बयान में कहा कि दीपक हरियाणा के झज्जर के सुराकपुर गांव का रहने वाला है। उसके पिता का नाम सुरेश कुमार है। कनाडा बेस्ड आतंकी ग्रुप लखबीर सिंह संधू, पाकिस्तान बेस्ड आतंकी ग्रुप हरविंदर सिंह संधू से ताल्लुक रखता है।
एनआईए ने 2020 में दर्ज किया मामला
उसने आरपीजी अटौक के अलवा रंगा ने कई आतंकी और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया है। वह लांडा और रिंडा से लगातार आतंकी फंड जुटा रहा था। एनआईए ने 20 सितंबर 2022 को स्वत: संज्ञान लेते हुए रंगा के खिलाफ मामला दर्ज किया था। एजेंसी ने अपने बयान में कहा कि रंगा विदेशों में स्थित आतंकी संगठन और सक्रिय संगठित आपराधिक गिरोहों के नेताओं और सदस्यों के साथ मिलकर काम कर रहा था। राष्ट्रीय एजेंसी ने कहा कि वह देश में लक्षित हत्याएं और हिंसक आपराधिक कृत्य करवाना चाहता था। वह नेटवर्क के माध्यम से सीमा पार से हथियार, गोला-बारूद विस्फोटक, आईईडी आदि जैसे आतंकवादी हार्डवेयर की तस्करी में लगा हुआ था।
आतंकवादी-गैंगस्टर-तस्कर के बुनियादी ढांचे को किया जाएगा खत्म: एनआईए
एनआईए ने कहा कि आतंकी-गैंगस्टर-ड्रग तस्कर नेटवर्क के खिलाफ तीन आपराधिक मामलों के रजिस्ट्रेशन के बाद से एजेंसी ने UAPA के तहत नेटवर्क से जुड़े विभिन्न संगठित आपराधिक गिरोहों के 19 नेताओं/सदस्यों, 2 हथियार सप्लायर और 1 बड़े फाइनेंसर को गिरफ्तार किया है। कनाडा बेस्ड आतंकी अर्श डल्ला को इसी साल 9 जनवरी 2023 को गृह मंत्रालय ने आतंकी घोषित किया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि आने वाले समय में आतंकवादी-गैंगस्टर-तस्कर के बुनियादी ढांचे को खत्म करने के लिए आगे की कार्रवाई तेज की जाएगी।