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पंजाबः 10 स्कूलों के खिलाफ DC का एक्शन, सरकारी आदेशों के बावजूद खुले थे स्कूल

पंजाबः 10 स्कूलों के खिलाफ DC का एक्शन, सरकारी आदेशों के बावजूद खुले थे स्कूल पंजाबः 10 स्कूलों के खिलाफ DC का एक्शन, सरकारी आदेशों के बावजूद खुले थे स्कूल

लुधियानाः पंजाब में भीषण गर्मी को लेकर कुछ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। बीते दिन बठिंडा का तापमान 46 डिग्री के पार दर्ज किया गया। विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में तापमान में बढ़ौतरी हो सकती है और 46 सालों का गर्मी का रिकार्ड टूट सकता है। जिसको लेकर पंजाब सरकार द्वारा पहले से सरकारी और प्राइवेट स्कूल में 20 मई से छुट्टियों के आदेश जारी कर दिए गए है। हालांकि जारी आदेशों के बाद सीएम भगवंत मान ने खुद ट्विट के जरिए प्राइवेट स्कूलों को बंद रखने की चेतावनी भी दी थी। लेकिन उसके बावजूद कुछ स्कूलों द्वारा सरकारी आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। जिसके चलते लुधियाना डीसी ने साक्षी साहनी ने 10 स्कूलों पर एक्शन लिया है। दरअसल, लुधियाना के कुछ स्कूल गर्मियों में खुले थे और बच्चे चिलचिलाती गर्मी में स्कूल आ-जा रहे थे, जिसका परिवार के लोग भी विरोध कर रहे थे।

जिसके चलते कुछ परिजनों ने इसकी शिकायत डीसी साक्षी साहनी से की। शिकायत मिलने के बाद डीसी ने कड़ा संज्ञान लेते हुए जांच के बाद कार्रवाई करने के आदेश दिए। डीसी द्वारा की गई जांच में लुधियाना के 10 स्कूलों के नाम सामने आए हैं जो सरकार के आदेश के बावजूद खुले थे। डीईओ ने इन सभी स्कूलों की सूची डीसी को भेज दी है। इनमें लुधियाना का टेंडर इंटरनेशनल स्कूल, जोसेफ सेक्रेड हार्ट स्कूल साउथ सिटी, गुरु नानक पब्लिक स्कूल बासीसियां, गुरु हरकृष्ण आदर्श स्कूल ढांडरा, सराभा नगर का पिंकी प्ले वे स्कूल, हरिकृष्ण स्कूल लुधियाना, ई-कैनेडियन स्कूल लुधियाना, श्री राम यूनिवर्सल स्कूल सराभा शामिल हैं। नगर, गुरु नानक पब्लिक स्कूल, मुल्लापुर, सेंट्रल मॉडल स्कूल, लुधियाना शामिल हैं, जो छुट्टी के आदेश के बावजूद खुले थे। डीसी साक्षी साहनी ने खुले स्कूलों पर कार्रवाई का आदेश दिया है। डीसी ने कहा कि सभी स्कूलों को कारण बताओ नोटिस दिया गया है और शिक्षा विभाग को पत्र भेजा गया है ताकि सख्त कार्रवाई की जा सके।

स्कूल अभिभावकों के सामने मासिक परीक्षाओं का हवाला दे रहे हैं और बच्चों को स्कूल बुला रहे हैं, जिसका अभिभावक विरोध भी कर रहे हैं। निजी स्कूलों का तर्क है कि बच्चों की मासिक परीक्षाएं हैं,इसलिए सरकार ने ऐसा आदेश दिया है, जिससे बच्चों की पढ़ाई खराब हो सकती है, लेकिन परिजनों का कहना है कि गर्मी के कारण अगर स्कूल जाते समय बच्चों को कुछ हुआ, तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा। लुधियाना निवासी राजेश कुमार और नितिका ने बताया कि तापमान 45 डिग्री से ऊपर होने के कारण सरकार ने बच्चों के सेहत को ध्यान में रखते हुए स्कूल बंद करने का फैसला लिया है। स्कूल शिक्षक कोरोना काल की तरह बच्चों से ऑनलाइन परीक्षा भी ले सकते हैं। ये मासिक परीक्षाएं हैं जो छुट्टियों के बाद भी ली जा सकती हैं या ऑनलाइन देना सर्वोत्तम रहेगा।

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