लुधियानाः पंजाब में गौ के मास की तस्करी के मामलों में लगातार बढ़ौतरी होती दिखाई दे रही है। वहीं ताजा मामला जी.टी रोड से सामने आया है। जहां पंजाब गौरक्षा दल के प्रधान सतीश कुमार ने साथियों की मदद से ढंडारी जी.टी रोड पर जम्मू-कश्मीर नंबर के ट्राला को रोक लिया। ट्राला चालक से जब पूछाताछ की तो पता चला कि ट्राला में गाय का मास है। ट्राला में सवार दो व्यक्ति ड्राइवर और कंडक्टर दोनों ढंडारी इलाके की तरप भाग गए। गौ रक्षकों ने उनका काफी पीछा किया लेकिन उनका कही कुछ पता नहीं चला। बताया जा रहा हैकि इस ट्रॉले में 10 टन बीफ था।
सूत्र बताते है कि दोनों तस्कर पुलिस ने हिरासत में लिए है लेकिन अधिकारिक रूप से अभी कोई पुष्टी नहीं कर रहा। मौके पर चौकी कंगनवाल की पुलिस पहुंची। गाय के मास से भरा ट्राला दिल्ली से भरा गया था जो जम्मू-कश्मरी जाना था लेकिन लुधियाना में ही ट्राला चालक को हिन्दू नेताओं ने घेर लिया। घटना स्थल पर लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। मौके पर कंगनवाल चौकी से एएसआई गुरमेल सिंह पहुंचे। राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरक्षा दल के सतीश कुमार ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना थी कि कुछ लोग गौमास दिल्ली से ट्राला में भरकर श्रीनगर लेकर जा रहे है। उन्होंने बताया कि चौकी कंगनवाल की पुलिस ने उनके साथ बिल्कुल सहयोग नहीं किया।
आखिर कार एडीजीपी अर्पित शुक्ला को सूचना दी गई। जिसके बाद उन्होंने पुलिस कमिश्नर मंदीप सिंह सिद्धू को मामले की जानकारी दी। सतीश मुताबिक पुलिस कमिश्नर सिद्धू के कहने के बाद ही चौकी पुलिस हरकत में आई और ट्राला चालकों के खिलाफ कार्रवाई करनी के प्रक्रिया शुरू की। सतीश मुताबिक उनके पास पुख्ता सबूत और गाड़ी का नंबर मौजूद था वह खुद सड़कों पर ट्राला को ढूढ रहे थे। गाड़ी पकड़ने के बाद भी करीब डेढ़ घंटे के इंतजार दौरान पुलिस मौके पर पहुंची।
सतीश कुमार ने बताया कि उनके पास गौमांस ला रहे ट्राला का नंबर पहले से था। वह खुद हाईवे पर इस ट्रॉला को तलाश कर रहे थे लेकिन पुलिस की ओर से कोई सहयोग नहीं मिला। सूचना पक्की मिलने पर ही उन्होंने ट्राला चालक को काबू करने के लिए ट्रेप लगाया था। जब उन्होंने ट्रॉला पकड़ लिया, उसके बाद भी पुलिस का रवैया टालमटोल वाला ही रहा। पुलिसवाले FIR दर्ज करने की बजाय कहते रहे कि पहले मांस का लैब में टेस्ट होगा, उसके बाद ही केस दर्ज किया जाएगा।