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Punjab News: पंजाब की आर्थिक रीढ़ को मजबूत करने के लिए सहकारिता विभाग को पूरा समर्थन: वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा

 

Highlights:

  1. ‘फुलकारी’ पोर्टल लॉन्च, महिलाओं के उत्पादों के लिए वैश्विक बिक्री प्लेटफॉर्म।
  2. शुगरफेड की उपलब्धि, 2024-25 में गन्ना उत्पादन क्षेत्र 56,391 हेक्टेयर तक बढ़ा।
  3. मिल्कफेड ने रिकॉर्ड बनाया, 31 लाख लीटर दूध की दैनिक खरीद।

एनकाउंटर न्यूज़, 21 नवंबर, 2024: पंजाब सरकार के वित्त, योजना, उत्पाद शुल्क और कराधान मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने सहकारिता विभाग को राज्य की आर्थिक प्रगति की रीढ़ बताते हुए विभाग को पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया है। 71वें अखिल भारतीय सहकारिता सप्ताह के समापन पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार सहकारिता आंदोलन को मजबूत करने और पूंजी विस्तार के लिए प्रतिबद्ध है।

‘फुलकारी’ पोर्टल का शुभारंभ

कार्यक्रम के दौरान मंत्री चीमा ने ‘फुलकारी’ पोर्टल का शुभारंभ किया, जो राज्य की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों के लिए एक वैश्विक बिक्री मंच प्रदान करेगा। उन्होंने वेरका के नए उत्पादों और सहकारिता विभाग की कॉफी टेबल बुक का भी अनावरण किया।

शुगरफेड और गन्ना उत्पादन में वृद्धि

मंत्री चीमा ने बताया कि शुगरफेड, जो 2022 में ₹400 करोड़ से अधिक की देनदारी के बोझ से दबा हुआ था, अब एक लाभदायक संस्था में बदल चुका है। 2024-25 में गन्ने का क्षेत्रफल बढ़कर 56,391 हेक्टेयर हो गया, जो 2022-23 में 50,429 हेक्टेयर था। भोगपुर सहकारी चीनी मिल में स्थापित 14 मेगावाट को-जेनरेशन प्लांट ने 2023-24 में ₹15.31 करोड़ की कमाई की।

मिल्कफेड ने वित्त वर्ष 2023-24 में 31 लाख लीटर दूध प्रतिदिन खरीदकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। वेरका कैटल फीड प्लांट में 50 MTPD बायपास प्रोटीन प्लांट और लुधियाना में 50,000 LPD क्षमता वाली दूध प्रोसेसिंग यूनिट की शुरुआत भी की गई। इस अवसर पर चीमा ने वेरका के नए उत्पादों जैसे 1 लीटर प्लास्टिक जार में गाय का घी, शुगर-फ्री खीर, शुगर-फ्री मिल्क केक और शुगर-फ्री पियो प्रोटीन का भी अनावरण किया।

चीमा ने मार्कफेड द्वारा मूंग के लिए मूल्य समर्थन योजना के माध्यम से 4,515 किसानों को लाभ पहुंचाने के प्रयासों की सराहना की। मार्कफेड ने 7,584 मीट्रिक टन मूंग की खरीद की, जिससे किसानों को पड्डी-गेहूं चक्र से हटकर फसल विविधीकरण के लिए प्रोत्साहन मिला।

सहकारी बैंकों का डिजिटलीकरण

चीमा ने बताया कि सहकारी बैंकों के 50% डिजिटलीकरण का कार्य पूरा हो चुका है। ये बैंक किसानों को कम ब्याज दर पर ऋण प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को ऋण वसूली में सुधार करने का निर्देश दिया ताकि अधिक से अधिक किसानों को कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध हो सके।

सहकारी विभाग ने 15,000 से अधिक कृषि उपकरणों को 3,000 प्राथमिक सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को उपलब्ध कराया है, जिससे पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है। इसके अलावा, पंजाब में 12 नई खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना की गई है, जिससे फसल विविधीकरण को और बल मिलेगा।

कार्यक्रम के दौरान मंत्री चीमा ने 28 श्रेणियों में पुरस्कार वितरित किए। सम्मानित संस्थाओं में सहकारी समितियां, प्रगतिशील किसान, वेरका डेयरी और चीनी मिलें शामिल थीं। उन्होंने महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा बनाए गए उत्पादों की सराहना भी की।

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