होशियारपुरः दसूहा से अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। जहां विवाहिता को मैंगो शेक देरी से पीना महंगा साबित हुआ। दरअसल, गुस्साए पति सहित उसके परिवार ने विवाहिता के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी और डेढ़ घंटा टार्चर करने के बाद उसे मायके परिवार छोड़ आए। जिसके बाद मायके परिवार ने उसे दसूहा के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया। पिछले चार दिनों विवाहिता अपनी डेढ़ वर्ष की बेटी के साथ अस्पताल में उपचाराधीन है। इस मामले में वह लगातार प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगा रही है।
वहीं पुलिस का कहना है कि पीड़िता अब तक थाने नहीं पहुंची है। इस मामले में मीडिया के हस्तक्षेप के बाद पुलिस कार्रवाई करने का अश्वासन दे रही है। पीड़ित विवाहिता रुपिंदर कौर निवासी गांव कोलपुर ने बताया कि 2 वर्ष पहले उसकी शादी टांडा उड़मुड में हुई थी। शादी के कुछ समय बाद से ही मेरे मायके परिवार के गरीब होने के कारण मुझे अक्सर टार्चर किया जाता रहा। बीती 8 मई को शाम तकरीबन 5 बजे घर में सभी बैठे जूस पी रहे थे। तभी मेरी सास ने मुझे जूस जल्दी पीने को कहा और साथ-साथ गाली गलौच करना शुरू कर दिया। इसके बाद पति और ससुर ने बोलना शुरू कर दिया। जिसके बाद मेरे पति द्वारा मुझे एक कमरे में ले जाकर मारपीट करनी शुरू का दी और बाकी के परिवार ने भी शरीर के कई हिस्सों में वार किए।
आवाज घर से बाहर न निकले इसके लिए मेरे पति द्वारा मेरे मुंह में जुराब ठूंस दी गई। मैं कमरे से भागने की कोशिश करती रही लेकिन इनका बार बार मुझे टॉर्चर करना जारी रहा। इस घटना में मेरी डेढ़ वर्ष की बेटी की टांगों पर भी चोटे आई। वहीं उन्होंने बताया की इस घटना में मेरे एक माह की प्रग्नेंसी पर भी असर पड़ा है। मेरा मिस केरज हो गया। मोहल्ले में बदनामी ओर मेरी चीखों की आवाज पड़ोसियों को सुनाई न दे इसके लिए उन्होंने मुझे डेढ़ घंटा स्टोर रूम में बंद रखा। स्टोर रूम से निकालने ओर शोर न मचाने की शर्त पर इनके द्वारा मुझे बाहर निकाला। जिसक बाद मेरे ससुर और सास ने मुझे गाड़ी में बिठाया और मायके परिवार छोड़ आए। उपरांत मेरे शरीर पर चोटों के निशान देखते हुए परिवार ने मुझे दसूहा के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया।