चंडीगढ़ः लोक सभा चुनाव से पहले कांग्रेस के 3 पूर्व प्रदेश प्रधानों ने अपनी ही पार्टी के शासनकाल में हुए पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप घोटाले और 2020 में जहरीली शराब से मारे गए 114 लोगों के मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। पूर्व प्रदेश प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू, शमशेर सिंह दूलो और मोहिंदर केपी ने इस संबंध में राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मिलकर उनको एक मांगपत्र भी सौंपा। बता दें कि पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप घोटाले में कांग्रेस के पूर्व कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत पर आरोप लगे थे और वे इन दिनों जेल में हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वीरवार को ही धर्मसोत और उनके बेटों की 4.58 करोड़ रुपये की संपत्ति अस्थायी रूप से जब्त कर ली।
उनके खिलाफ मनी लांड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत यह कार्रवाई की गई है। राज्यपाल से मिलने के बाद दूलो ने कहा कि राज्य की एजेंसी घोटाले की जांच सही से नहीं कर सकती है इसलिए उन्होंने राज्यपाल से सीबीआइ जांच की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि चन्नी सरकार ने जाते-जाते जिन संस्थानों ने पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप का पैसा खाया था, जिनसे पैसे की वसूली करनी थी और उन पर एफआइआर दर्ज करने के बजाय सभी को माफ कर दिया था। वहीं, सिद्धू ने आम आदमी पार्टी की सरकार को वित्तीय मुद्दे पर घेरा। आप सरकार ने दो वर्षों में ही 91,000 करोड़ का कर्जा चढ़ा दिया है।
