रोपड़ः ज्ञानी जैल सिंह नगर में वकील अंकुर वर्मा द्वारा बुजुर्ग माता आशा देवी (73) को बेरहमी से मारपीट करने का मामला सामने आने के बाद वकील और उसकी सरकारी अध्यापिका पत्नी सुधा वर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार करके 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। इस मामले की हर तरफ निंदा हो रही है। वहीं दूसरी अब शिक्षा विभाग रोपड़ ने सुधा वर्मा पर एक्शन लिया है। शिक्षा विभाग रोपड़ ने सुधा वर्मा को सरकारी नौकरी से निलंबित कर दिया है।
बता देंकि वकील अंकुर वर्मा द्वारा बुजुर्ग माता आशा देवी को बेरहमी से मारपीट की गई थी, जिसे सीसीटीवी कैमरे से मिले सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। बेटी मां के कमरे में लगे सीसीटीवी कैमरे से फुटेज हासिल करने में कामयाब रही और उसी ने ही थाने में शिकायत दी । गिरफ्तारी से पहले वकील ने कहा कि वह अपनी मां की सेवा कर रहा था। अंकुर वर्मा अपनी मां पर अत्याचार पिता द्वारा मां के नाम पर बनवाई 15 लाख रुपए की एफडी हड़पने के लिए करता था। पुलिस द्वारा अंकुर वर्मा के लिए रिमांड के दौरान उक्त खुलासा किया था।
पुलिस ने अब यह एफडी कब्जे में ले ली हैं। पुलिस का कहना है कि वकील अकुर वर्मा अपनी रिटायर प्रोफेसर मां आशा रानी का एटीएम भी अपने पास रखता था और उसकी पेंशन भी वही निकलवाता था। कोर्ट के आदेश के चलते घर से 10 लाख और 5 लाख रुपए की 2 एफडी मिली है, जबकि पुलिस मां के नाम दर्ज जायदाद जो वकील ने अपने नाम पर करवाई है की जांच भी कर रही है। वहीं रोपड़ की अदालत ने वकील अंकुर वर्मा और उसकी पत्नी सुधा वर्मा को 10 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। वकील अंकुर वर्मा अब अपनी गलती की मांफी मांग रहा है।
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