चंडीगढ़ः लोकसभा चुनाव के दौरान पंजाब में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों ने पिछले 20 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। लोकसभा चुनाव में पंजाब की 13 सीटों पर अब 349 उम्मीदवार मैदान में हैं। यह आंकड़ा पिछले 20 साल में हुए 4 लोकसभा चुनावों में सबसे ज्यादा है। 2019 के चुनाव में 278 उम्मीदवार मैदान में थे। लेकिन इस बार 71 उम्मीदवार ज्यादा हैं। 7 मई से 14 मई तक हुए नामांकन में कुल 466 उम्मीदवारों ने 598 नामांकन पत्र दाखिल किये। 15 मई को स्क्रूटनी के दौरान 111 उम्मीदवारों के नामांकन खारिज कर दिये गये थे। वीरवार को 6 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया। आज यानी 17 मई को नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख है। उसी दिन अभ्यर्थियों को चुनाव चिन्ह भी आवंटित कर दिये जायेंगे।
इसके बाद पंजाब का चुनावी माहौल खराब हो जाएगा। आम आदमी पार्टी से अरविंद केजरीवाल, अकाली दल से सुखबीर सिंह बादल, बीजेपी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस से राहुल गांधी 4 बड़ी पार्टियां रैलियां करेंगे। नामांकन रद्द होने के डर से हंस राज हंस ने लोकसभा चुनाव में 2-2 नामांकन पत्र दाखिल किये थे। जबकि कवरिंग कैंडिडेट अलग से बनाया गया था। सबसे ज्यादा नामांकन फरीदकोट से बीजेपी उम्मीदवार हंस राज हंस ने भरे हैं। हंसराज ने 3 नामांकन पत्र दाखिल किए थे। बठिंडा से हरसिमरत कौर बादल ने अपने पति सुखबीर सिंह बादल को कवरिंग कैंडिडेट बनाया। कैबिनेट मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कैबिनेट मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा को कवरिंग कैंडिडेट बनाया।
