अमृतसरः पंजाब के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) अमृतसर ने आतंकी लखबीर सिंह लंडा के दो अंतरराज्यीय हथियार तस्करों को गिरफ्तार करके बड़ी साजिश को नाकाम किया है। मामले की जानकारी देते हुए SSOC की टीम ने बताय कि उक्त तस्कर हथियारों की खेप पहुंचाने आए थे, लेकिन रेलवे स्टेशन से हथियारों के साथ दोनों को काबू कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से 6 देसी पिस्तौल और 6 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, रविवार शाम को SSOC अमृतसर को केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से हथियारों की तस्करी की सूचना मिली थी कि आतंकी लंडा के दो साथी हथियार डिलीवरी के लिए पहुंचद रहे हैं।
जिसके बाद SSOC अमृतसर द्वारा जाल बिछाया गया। SSOC की टीम रेलवे स्टेशन के निकास द्वार पर बने चेक पोस्ट पर बैठ गई। केंद्रीय एजेंसियों से मिले इनपुट के अनुसार जैसे ही आरोपी पहुंचे, टीम ने उन्हें पकड़ लिया। SSOC की टीम ने नए नियमों के अनुसार उनकी वीडियोग्राफी की और जांच के दौरान आरोपियों के पास से 6 देसी पिस्तौल और 6 जिंदा कारतूस बरामद किए गए। फिलहाल पंजाब पुलिस ने आरोपियों और इस कार्रवाई के बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की है। लेकिन पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी तरनतारन के रहने वाले हैं।
एक की पहचान तरनतारन के गांव ठोठियां निवासी बलजीत सिंह के बेटे सुमितपाल सिंह के रूप में हुई है, जबकि दूसरे की पहचान गांव छब्बा निवासी कुलतार सिंह के बेटे अर्शदीप सिंह के रूप में हुई है। शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपियों के तार जेल से जुड़े हैं। जेल में बैठा गैंगस्टर लखबीर सिंह लड़ा ने उन्हें हथियार पहुंचाने का आदेश दिया था। जिसके बाद जेल से ये आदेश आरोपियों तक पहुंचा था। हथियारों की यह खेप मध्य प्रदेश से लाई गई थी। पंजाब पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर आगे-पीछे के लिंकेज की जांच कर रही है।