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पंजाबः ड्रग रैकेट मामले में STF की बड़ी कार्रवाई, जेल में बंद आरोपी को किया केस में नामजद, देखें वीडियो

पंजाबः ड्रग रैकेट मामले में STF की बड़ी कार्रवाई, जेल में बंद आरोपी को किया केस में नामजद, देखें वीडियो पंजाबः ड्रग रैकेट मामले में STF की बड़ी कार्रवाई, जेल में बंद आरोपी को किया केस में नामजद, देखें वीडियो

लुधियानाः सेंट्रल जेल से ड्रग रैकेट चलाया जा रहा है। एसटीएफ ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट के सरगना अक्षय छाबड़ा को 7 दिसंबर को एसटीएफ द्वारा हेरोइन तस्कर हरमनदीप सिंह उर्फ ​​दीप की गिरफ्तारी के बाद केस में नामजद किया है। पुलिस अमनदीप और जसपाल को प्रोडक्शन वारंट पर लाई तो पूछताछ के दौरान दोनों ने कबूल किया कि अक्षय जेल से चलाए जा रहे ड्रग मॉड्यूल का सरगना है। जिसके बाद पुलिस ने उसे केस में नामजद कर लिया। पुलिस ने उसके कब्जे से एक मोबाइल भी बरामद किया है।

इसका इस्तेमाल वह जेल से तस्करों और ग्राहकों से संपर्क करने के लिए कर रहा है। 7 दिसंबर को एसटीएफ ने हेरोइन तस्कर हरमनदीप सिंह उर्फ ​​दीप को अंतरराष्ट्रीय बाजार में 22.5 करोड़ कीमत की 4.5 किलोग्राम हेरोइन और 1.40 लाख ड्रग मनी के साथ पकड़ा था। उधर, प्रोडक्शन वारंट पर आए अमनदीप जेठी और जसपाल सिंह उर्फ ​​गोल्डी ने खुलासा किया कि दोनों जेल में बैठकर ड्रग रैकेट चला रहे थे और उनके निर्देशों पर हरमनदीप सिंह छोटे तस्करों से हेरोइन इकट्ठा करता था और उसे अपने ग्राहकों तक पहुंचाता था। एसटीएफ इंस्पेक्टर हरबंस सिंह ने बताया कि जसपाल सिंह गोल्डी को 2022 में ड्रग माफिया और अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट के सरगना अक्षय छाबड़ा के साथ NCB ने गिरफ्तार किया था। इस बीच अक्षय से भी पूछताछ की गई तो उसने अपने सहयोगी जसपाल और अमनदीप की मदद से जेल से ड्रग नेटवर्क चलाने की बात कबूली।

एसटीएफ इंस्पेक्टर हरबंस ने कहा कि पुलिस ने अक्षय, अमनदीप और जसपाल से तीन मोबाइल बरामद किए हैं, जो जेल में अपने ड्रग नेटवर्क को चलाने के लिए उनका इस्तेमाल कर रहे थे। अमनदीप ने जेल के अंदर कुछ कैदियों से 50 हजार और जसपाल ने 30 हजार में मोबाइल खरीदा था। उन्होंने इसका भुगतान पेटीएम ऐप के माध्यम से किए थे, जबकि अक्षय ड्रग आपूर्तिकर्ताओं और ग्राहकों के साथ बातचीत करने के लिए अपने सहयोगियों के फोन का उपयोग कर रहा था। टीम को बरामद फोन से कई ड्रग तस्करों, ग्राहकों के नंबर मिले हैं और जल्द ही ड्रग नेटवर्क की और परतें खुल सकती हैं।

इंस्पेक्टर हरबंस ने बताया कि जेल के अंदरफोन बेचने वाले कैदियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। अक्षय छाबड़ा अपने साथी जसपाल और अमनदीप के साथ लुधियाना सेंट्रल जेल से चलाए जा रहे इस हेरोइन तस्करी नेटवर्क का सरगना निकला। बाद में अमनदीप की पत्नी तनुजा को भी 700 ग्राम हेरोइन के साथ पकड़ा गया। अधिकारियों के मुताबिक, अब इस नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों के बारे में कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं।

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