लुधियाना : आज भारतीय किसान यूनियन चढूनी दो फाड़ हो गई है। आज लुधियाना में भारतीय किसान मजदूर यूनियन का ऐलान किया गया है। भारतीय किसान यूनियन चढूनी के सूबा प्रधान दिलबाग सिंह और मनजीत सिंह चढूनी ग्रुप से अलग हो गए है।आज दाना मंडी में आयोजित सभा दौरान भारतीय किसान मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय प्रधान मनजीत सिंह ने कहा कि प्रदेश के मुद्दों पर कार्य न होने के कारण उन्होंने ये फैसला लिया है। प्रधान गुरनाम चढूनी उनकी बात नहीं सुनते थे जिस कारण आज पंजाब में एक अलग यूनियन बनानी पड़ी।
मनजीत सिंह ने कहा कि हमारी लड़ाई केन्द्र सरकार के खिलाफ है। अब संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में किसान मजदूर यूनियन 13 फरवरी को दिल्ली बार्डर पर धरना देने जा रहे है। मजदूरों की मुख्य मांगें नरेगा के 200 दिन किए जाए। पंजाब में आटा-दाल स्कीम के तहत गरीबों के बहुत अधिक कार्ड को हटाया गया था। किसान आंदोलन में सरकार ने जो वादे किए थे उसे पूरा नहीं किया। आज किसान मजदूर यूनियन की 31 सदस्यों की कमेटी बनी है जो मजदूरों और किसानों के हक में काम करेगी। हरियाणा और पंजाब के किसान आज एक हो चुके है।