लुधियानाः पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाई गई जीरो टालरेंस नीति के तहत विजिलेंस ब्यूरों की टीम ने बुधवार को थाना समराला में तैनात रहे सहायक सब इंस्पैक्टर ( ASI )सिकंदर राज को 18, 000 रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ़्तार किया है। उक्त आरोपी अब थाना दोराहा जिला लुधियाना में पुलिस में तैनात है। मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी रविंद्रपाल सिंह संधू ने कहा कि उक्त पुलिस कर्मचारी विरुद्ध यह मुकदमा सैक्टर 32-ए, चंडीगढ़ रोड, निवासी रविन्द्र सिंह द्वारा की गई शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है।
एसएसपी रविंद्रपाल संधू कि बताया कि शिकायतकर्ता ने अपने बयान दर्ज करवाए थे कि 13 मार्च, 2021 को उसके ड्राईवर राजदीप सिंह निवासी खडूर साहिब, तरनतारन, ज़िला तरनतारन, और हैलपर बिरजू, निवासी संजय गांधी कालोनी, लुधियाना नज़दीक नीलों पुल, समराला में एक सड़क हादसो का शिकार हो गए थे। उस दिन थाना समराला से ASI सिकन्दर राज एंव पुलिस मुलाजिमों के साथ मौके पर पहुंच कर और दोनों वाहनों को थाने ले गए। इसके बाद ASI सिकंदर राज ने शिकायतकर्ता से उसके चालक को जमानत दिलाने, उसकी गाड़ी में पडा समान छोड़ने और उसके चालक ख़िलाफ़ दर्ज हुए हादसे के केस से बरी करवाने बदले 20,000 रुपए रिश्वत की मांग की थी।
जिसके बाद दोनों में 18,000 रुपए में बात फाइनल हुई। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने उक्त पुलिस मुलाज़िम की तरफ से रिश्वत की मांग सम्बन्धित बातचीत रिकार्ड कर ली और सबूत के तौर पर विजीलैंस ब्यूरो को सौंप दी। प्रवक्ता ने बताया कि जांच दौरान शिकायत में लगाए गए आरोप सही पाए गए है। इसके बाद थाना दोराहा में तैनात एएसआई सिकंदर राज ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार रोकू कानून के अंतर्गत केस दर्ज कर लिया गया है। उक्त मुलजिम को आज ब्यूरो की लुधियाना रेंज की टीम की तरफ से थाना दोराहा से गिरफ़्तार कर लिया गया और कल समर्थ अदालत में पेश किया जाएगा।
Disclaimer: All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read carefully and Encounter India will not be responsible for any issue.