तरनतारनः खडूर साहिब से सांसद और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अमृतपाल सिंह की उम्मीदवारी को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। इस मामले की सुनवाई मंगलवार यानी हाईकोर्ट में होगी। सुनवाई में अमृतपाल सिंह की सदस्यता रद्द और बहाल पर फैसला होगा।
अमृतपाल सिंह खडूर साहिब से 4 लाख से ज्यादा वोटों से चुनाव जीते और जीत का अंतर 2 लाख के करीब था। फिलहाल अमृतपाल डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। दूसरी ओर खडूर साहिब से आजाद चुनाव लड़ रहे विक्रमजीत सिंह की ओर से दायर उम्मीदवार अमृतपाल सिंह के खिलाफ याचिका दायर की गई है। याचिका में उन्होंने अमृतपाल सिंह पर जानकारी छिपाने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
विक्रमजीत ने मामले में चुनाव आयोग, पंजाब चुनाव आयोग के व्यय अधिकारी, पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी और खडूर साहिब लोकसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी को एक पक्ष बनाया है। उन्होंने अपनी याचिका में कहा है कि उनका नामांकन पत्र अधूरा है। विक्रमजीत ने कहा कि अमृतपाल सिंह ने फंड, दान और खर्चों की जानकारी छिपाई है। आरोप है कि वोट मांगने के लिए धार्मिक स्थलों का इस्तेमाल किया गया है।’
चुनाव प्रचार सामग्री बिना मंजूरी के छापी गई। चुनाव आयोग की अनुमति के बिना सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार किया गया। अमृतपाल सिंह ने जेल के अंदर से ही लोकसभा चुनाव लड़ा था। वह अपने क्षेत्र में प्रचार करने भी नहीं आए, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने सबसे बड़ी जीत हासिल की है। उनके समर्थकों और परिवार के सदस्यों ने प्रचार की कमान संभाली। अमृतपाल ने कांग्रेस उम्मीदवार कुलबीर सिंह जीरा को 1,97,120 वोटों से हराया।