IAS अमनीत कुमार सहित अन्य पर मामला दर्ज
रोहतकः हरियाणा के रोहतक में साइबर पुलिस में तैनात एएसआई संदीप कुमार की मौत मामले में केस दर्ज होने और परिजनों से सीएम और उनके दूतों की मुलाकात के बाद मामला सुलझ गया। दरअसल, बुधवार रात को परिजनों और पुलिस प्रशासन के बीच सहमति बनने के बाद अब एएसआई संदीप कुमार के पोस्टमार्टम किया गया। फिलहाल, अब उनके पार्थिव शरीर को पैतृक गांव जींद के जुलाना ले जाया जाएगा और आज वहीं, पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दुखद घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए लाढ़ोत, पीजीआई और जुलाना में व्यापक सुरक्षा और प्रशासनिक इंतजाम किए गए हैं। एएसआई संदीप अंतिम संस्कार में मंत्री कृष्ण लाल पंवार, श्रुति चौधरी व डीजीपी ओपी सिंह भी पहुंचेंगे।
परिजनों की मांग थी कि पहले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई हो। बुधवार देर रात परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए, जिसके बाद शव को लाढ़ोत गांव से पीजीआई के शवगृह में स्थानांतरित किया गया। पोस्टमार्टम प्रक्रिया सुबह शुरू हुई और अब अंतिम संस्कार की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। वहीं, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने बुधवार को लाठर के परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी और आश्वासन दिया कि एएसआई की पत्नी को सरकारी नौकरी और उनके बच्चों की शिक्षा का खर्च सरकार वहन करेगी।
बता दें कि एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या के बाद उनके तीन पेज के सुसाइड नोट और छह मिनट के वीडियो में लगाए गए गंभीर आरोपों ने हरियाणा पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मचा दिया है। उन्होंने आईपीएस वाई. पूरण कुमार और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार, उत्पीड़न और सिस्टम में हेराफेरी के आरोप लगाए थे। इसके आधार पर पुलिस ने आईएएस अमनीत कुमार, विधायक अमित मान के भाई, पीएसओ सुशील कुमार और डीआईजी ऑफिस रोहतक में तैनात एसआईएस सुनील कुमार के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है।
एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या के मामले में उनके परिवार ने बड़ा बयान दिया है। संदीप के चाचा कुलवंत लाठर ने कहा कि संदीप को इस पूरे प्रकरण में ‘बलि का बकरा’ बनाया गया। उन्होंने मांग की कि मामले की जांच हाई कोर्ट के रिटायर्ड सिटिंग जज से कराई जाए ताकि ‘दूध का दूध और पानी का पानी’ हो सके और किसी निर्दोष को फंसाया न जाए। कुलवंत लाठर ने बताया कि संदीप ने मरने से पहले एक वीडियो बनाया था, जिसमें उन्होंने भ्रष्टाचार और उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि संदीप की यही गलती थी कि उसने अपनी बात परिवार के सामने नहीं रखी। अगर वह हमें बताता, तो हम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले को पहले ही उजागर करते।
परिवार का कहना है कि संदीप ने अपनी जान देकर देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मिसाल कायम की है। कुलवंत ने कहा कि यह घटना अत्यंत निंदनीय है, जितनी निंदा की जाए कम है। संदीप ने अपनी जान की आहुति देकर भ्रष्टाचार के खिलाफ पहल की। परिवार ने बताया कि चार दिन पहले संदीप अपने पैतृक गांव जींद के जुलाना आया था। उसने परिवार से बातचीत में कहा था कि भ्रष्टाचार बहुत फैल चुका है, बचा सको तो बचा लो। उनके चेहरे पर दबाव साफ नजर आ रहा था, लेकिन उन्होंने कोई विस्तृत जानकारी साझा नहीं की। परिवार का कहना है कि संदीप के सुसाइड नोट और छह मिनट के वीडियो में लगाए गए आरोपों की गहन जांच होनी चाहिए।