वेटिकन सिटी: पोप फ्रांसिस का 88 वर्ष की उम्र मे निधन हो गया। दरअसल, वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। पोप फ्रांसिस हाल ही में रोम के जेमेली अस्पताल में भर्ती थे। वह फेफड़े के जटिल संक्रमण से पीड़ित थे जिसके कारण उनके गुर्दे में भी खराबी के शुरुआती चरण नजर आने लगे थे। इससे पहले, 2021 में वह रोम के इसी जेमेली अस्पताल में 10 दिन तक भर्ती थे।
पोप फ्रांसिस के निधन को लेकर पोप की मेडिकल टीम के प्रमुख ने बताया कि उनकी हालत एक समय इतनी गंभीर हो गई थी कि उनके डॉक्टरों को इलाज बंद करने पर विचार करना पड़ा ताकि 88 वर्षीय पोप शांति से मर सकें। रोम के जेमेली अस्पताल के डॉक्टर सर्जियो अल्फिएरी ने कहा कि 28 फरवरी को सांस लेने में आई परेशानी के दौरान फ्रांसिस लगभग अपने उल्टी में दम घुटने की स्थिति में आ गए थे।
अल्फिएरी ने कहा, “उस समय वास्तव में यह खतरा था कि वह बच नहीं पाएंगे।” अल्फिएरी ने इटली के कोरिएरे डेला सेरा को बताया, “हमें यह चुनना था कि हम वहीं रुक जाएं और उन्हें जाने दें या फिर सभी दवाओं और इलाजों के साथ आगे बढ़ें, जिससे उनके अन्य अंगों को नुकसान पहुंचने का सबसे बड़ा जोखिम था।”
2013 से पोप बने फ्रांसिस को उनके 12 साल के पोपसी के सबसे गंभीर स्वास्थ्य संकट में 38 दिनों तक जेमेली अस्पताल में इलाज किया गया। उन्हें 14 फरवरी को ब्रोंकाइटिस के कारण भर्ती कराया गया था, जो बाद में डबल निमोनिया में बदल गया। यह स्थिति फ्रांसिस के लिए विशेष रूप से गंभीर थी, क्योंकि युवा अवस्था में उन्हें प्लूरिसी हुआ था और उनके एक फेफड़े का हिस्सा हटा दिया गया था।