नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में जारी सियासी उलटफेर के बीच बिहार में मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी के चिराग गुट में शामिल होने की चर्चा है। सूत्रों के अनुसार अशोक चौधरी की बेटी शाम्भवी चौधरी चिराग पासवान की पार्टी लोजपा(रा) की जमुई सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं। चर्चा है कि चिराग पासवान और अशोक चौधरी के बीच इसकी डील पक्की हो गई है। सूत्रों के अनुसार अशोक चौधरी के दामाद शायान कुणाल भी लगातार चिराग पासवान से संपर्क कर रहे हैं। वहीं इस मामले को लेकर अशोक चौधरी ने कहा है कि अब उनकी बेटी की शादी हो गई है, अब उनके ससुराल वालों को तय करना है कि वह चुनाव लड़ेगी या नहीं। मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं हैं।
वहीं, अशोक चौधरी के करीबी माने जाने वाले एक नेता ने बताया कि शांभवी को उम्मीदवार बनाने को लेकर बातचीत हो चुकी है। अशोक चौधरी कई दिनों से चिराग पासवान से संपर्क में थे। वैसे आधिकारिक तौर पर शांभवी को लोजपा(रा) का टिकट मिलने की पुष्टि नहीं की गई है। लेकिन लोजपा के सूत्र ही बता रहे हैं कि सब कुछ तय है। सूत्रों के अनुसार चिराग के बहनोई अरुण भारती के समस्तीपुर सीट से चुनाव लड़ सकते हैं और अशोक चौधरी की बेटी शाम्भवी चौधरी जमुई सीट से चुनाव लड़ सकती हैं। दरअसल, चिराग पासवान खुद जमुई से सांसद हैं। लेकिन इस दफे उन्होंने अपने पिता स्व. रामविलास पासवान की सीट हाजीपुर से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
भाजपा से हुए गठबंधन में चिराग पासवान के हिस्से जो पांच सीटें आई हैं उनमें हाजीपुर के अलावा जमुई भी शामिल है। जमुई में शांभवी चौधरी चिराग पासवान की विरासत को संभालेंगी। बता दें कि अशोक चौधरी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सबसे करीबी नेताओं में से एक माने जाते रहे हैं। नीतीश कुमार और चिराग पासवान के बीच के रिश्ते जगजाहिर हैं। अशोक चौधरी 2019 से ही अपने नेता के टारगेट पर निशाना लगाते रहे हैं। वे लंबे समय तक चिराग से संसदीय क्षेत्र जमुई के प्रभारी मंत्री रहे। उस दौरान अशोक चौधरी ने चिराग पासवान को परेशान करने की कोई कोशिश बाकी नहीं छोड़ी। स्थानीय लोगों के अनुसार जमुई में अशोक चौधरी के साथ-साथ एक और मंत्री सुमित सिंह की जोड़ी का पहला एजेंडा था चिराग पासवान को डैमेज करना। लिहाजा चिराग की पार्टी को जमुई में तहस-नहस करने की पूरी कोशिश की गई। जमुई के चकाई विधानसभा क्षेत्र से विधायक सुमित सिंह निर्दलीय विधायक हैं और नीतीश मंत्रिमंडल में मंत्री बने हैं। अशोक चौधरी और सुमित सिंह की गहरी दोस्ती भी जगजाहिर है।
Disclaimer: All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read carefully and Encounter India will not be responsible for any issue.