पंचकूला: पुलिस के द्वारा समाज में फोन और इंटरनेट का कम इस्तेमाल, नशे से दूरी, सड़क सुरक्षा को देखते हुए यातायात नियमों के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। हरियाणा के डी.जी.पी ओपी सिंह के निर्देशों के अनुसार, पुलिस लगातार अपना काम कर रही है। इन्हीं दिशा निर्देशों के अंतगर्त पुलिस कमिश्नर शिवास कविराज के नेतृत्व में ट्रैफिक पार्क सेक्टर-12 पंचकूला में छात्रों को आसान तरीके से ट्रैफिक नियम समझाए गए। रुट्स कंट्री स्कूल अमरावती के बच्चों को नियमों के बारे में जानकारी दी गई।
इस बारे में जानकारी देते हुए डीसीपी ट्रैफिक मनप्रीत सिंह सूदन ने बताया कि सिटी ट्रैफिक एसएचओ वरिन्द्र कुमार और अन्य ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की अगुवाई में बच्चों को कई चीजें बताई गई। जेब्रा क्रांसिग का महत्व, रेड-ग्रीन-यैलो सिग्नल का अर्थ, सड़क पार करने का सही तरीका, नशा और मोबाइल का ज्याद इस्तेमाल करने से नुकसान आसान भाषा में बताया गया।
इस दौरान बच्चों ने कई सवाल भी पूछे जिनका उत्तर पुलिस ने मौके पर ही दिया। बच्चों को यह भी समझाया गया कि वो अपने घर पर माता-पिता को भी बोलकर यातायात नियमों का पालन करवाएं। उन्हें बोला गया कि अगर आपने वाहन चलाते समय लापरवाही की और आपको कुछ हो गया हमसे कौन प्यार करेगा। यही बात कार्यक्रम का भावनात्मक केंद्र बन गई।
कार्यक्रम के अंत में ट्रैफिक पार्क परिसर में खेल-कूद प्रतियोगिताओं का भी आयोजन हुआ। इससे सीखने की प्रक्रिया भी हल्के-फुल्के अंदाज में चलती रही। इस दौरान एक वो भी समय आया जब एक नन्ही बच्ची ने पुलिसकर्मियों को धन्यवाद कहते हुए हाथों में फूल दिए। वर्दी में खड़े अधिकारी-कर्मियों के चेहरे पर खुशी साफ-साफ दिख रही थी। इससे यह पता चल रहा था कि बच्चों के मन में पुलिस के लिए कितना सम्मान है।
पुलिस कमिश्नर ने इस दौरान बताया कि ऐसे कार्यक्रम आगे भी होते रहेंगे ताकि आने वाली पीढ़ी अनुशासन, सुरक्षा और सह-अस्तित्व के साथ सड़क पर चलना सीखे और सिखाए। इस दौरान सिटी ट्रैफिक एसएचओ वरिन्द्र कुमार, चालानिंग ब्रांच के इंचार्ज सुभाष चंद, मुख्य सिपाही खुशीराम, मुख्य सिपाही सतीश, होमगार्ड हितेश, एसपीओ रोशनलाल, स्कूल प्रशासन और बाकी छात्र उपस्थित रहे।