शिकायतकर्ता का आरोप धमकाया और सबूत मिटाने की कोशिश
बठिंडा: पंजाब पुलिस में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम को उस समय करारा झटका लगा जब रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार डीएसपी रविंदर सिंह के रीडर पवन कुमार को बचाने के लिए खुद पुलिस के ही कुछ आगे आ गए। इस पूरे मामले में नया मोड़ उस समय आया जब शिकायतकर्ता दर्शन सिंह निवासी गोनीयाणा ने आरोप लगाया कि पुलिस विभाग के कुछ अफसर न केवल आरोपी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, बल्कि उन्हें डराया, धमकाया और सबूत नष्ट करने के लिए मजबूर भी किया गया।
दर्शन सिंह ने आरोप लगाए कि उन्हें चौकी गोनीयाणा बुलाकर वहां के इंचार्ज मोहनदीप ने उनका मोबाइल छीन लिया, तोड़ दिया और कहा कि उसमें आग लगा दो, क्योंकि उसमें पुलिस के खिलाफ पुख्ता सबूत मौजूद थे। लेकिन दर्शन सिंह ने चालाकी से असली सबूत वाला फोन पहले ही घर पर सुरक्षित रख दिया और पुलिस के सामने दूसरा फोन जलाकर उन्हें भ्रम में डाल दिया। दर्शन सिंह ने दावा किया कि पुलिस द्वारा मोबाइल जलाए जाने की पूरी घटना का वीडियो भी मौजूद है, जिसे उन्होंने मीडिया को दिखाया।
यही नहीं उन्होंने कुछ ऑडियो रिकॉर्डिंग्स भी सार्वजनिक कीं, जिनमें कथित तौर पर एक डीएसपी और एएसआई उन्हें धमकाते और दबाव डालते हुए सुनाई दे रहे हैं। इस मामले में एसपी सिटी नरिंदर सिंह ने कहा कि दर्शन सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों के आधार पर विभागीय जांच शुरू कर दी गई है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।