पंचकूला: पुलिस ने नवंबर महीना अपराधियों के लिए मुश्किल बना दिया। जिले में सभी एक्टिव क्राइम यूनिट्स ने इस दौरान संगठित अपराध, नशा तस्करी, हथियार तस्करी, चोरी स्नैचिंग और वाहन चोरी जैसे मामलों पर सख्ती दिखाते हुए एक व्यापक अभियान चलाया।
इस अभियान के दौरान पुलिस ने 64 अलग-अलग मामलों में कुल 89 अपराधी गिरफ्तार किए। इस गिरफ्तारी में कुख्यात और मोस्ट वांटेड आरोपी भी शामिल थे। इस दौरान पुलिस ने सिर्फ अपराधियों को ही नहीं पकड़ा बल्कि कई संभावित वारदातों को भी समय रहते टाल दिया।
डीसीपी क्राइम मनप्रीत सिंह सूदन ने बताया कि एसीपी क्राइम, सभी क्राइम यूनिट्स के इंचार्ज और उनकी टीम ने खुद फील्ड में मौजूद रहकर चोरी, वाहन चोरी, अवैध शराब तस्करी, स्नैचिंग, लूट, डकैती, हथियार तस्करी और नशा तस्करी जैसे अपराधों पर खास फोकस रखा।
कई मौके पर पुलिस ने खुद अपराधियों से सीधे टकर भी ली परंतु टीम ने पूरे साहत के साथ कार्रवाई करते हुए काबू किया। डीसीपी क्राइम ने आंकड़ों के हवाले से यह बताया कि इस अभियान के दौरान पुलिस ने बड़ी मात्रा में अवैध सामान बरामद किया।
इसमें 5 देसी पिस्टल, 4 देसी कट्टे, 1 देसी रिवॉल्वर, 16 जिंदा कारतूस और 1 चाकू। ये हथियार अपराधियों के द्वारा इस्तेमाल होने वाले थे परंतु पुलिस ने सतर्कता से बड़ी वारदातों टल गई। पुलिस ने 988 ग्राम चरस, 410 ग्राम हेरोइन, 6 किलो 675 ग्राम भूक्की, 1 किलो 342 ग्राम अफीम।
यह नशीला पदार्थ जिले और पड़ोसी राज्यों में सप्लाई होने वाला था परंतु क्राइम यूनिट ने समय रहते ही पकड़ लिया। इसके अलावा 1 ऑटो, 4 ई-रिक्शा, 3 कार, 1 ट्रैक्टर, 1 बाइक बरामद की है। 5.44 लाख रुपये नकद, 462 बोतल शराब और लाखों रुपये का घरेलू सामान और करीब 8 लाख के आभूषण और 5 मोबाइल फोन बरामद किए गए।
चोरी के इन सभी मामलों में पुलिस ने सामान की पहचान करके पीड़ितों को कानूनी प्रक्रिया के अंतर्गत वापिस लौटाने भी शुरु कर दिए हैं। पंचकूला पुलिस के कमिश्नर शिवास कविराज ने सभी क्राइम यूनिट्स के प्रदर्शन की सराहना की।
उन्होंने निर्देश दिए हैं कि जिले में अपराध के लिए पूरी कठोरता के साथ कार्रवाई जारी रहे। सभी क्राइम यूनिट्स और थाना-चौकी की टीम अब ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन के अंतर्गत जुआ, नशा और अवैध गतिविधियों से जुड़े हॉटस्पॉट्स पर निरंतर कार्रवाई करे और इस तरह का आपराधित नेटवर्क को पनपने से रोकें।