पंचकूला: अगस्त महीने में आईटी पार्क में चल रहे 3 फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करने के मामले में पुलिस कमिश्नर ने हाल ही में बयान दिया है। उन्होंने व्हाट्सएप्प ग्रुप पर चल रही खबर को लेकर अपना पक्ष रखा है। साइबर ठगी के मामले में मंथली सिस्टम के अंतर्गत अधिकारियों तक पैसे पहुंचने की बात भी उन्होंने नकार दी है।
पुलिस कमिश्नर शिवास कविराज ने कहा कि इस मामले में पुलिस ने 20 और 21 अगस्त की रात को सेक्टर-22 के आईटी पार्क में चल रहे तीन कॉल सेंटर पर छापेमारी की। इस दौरान भारी मात्रा में मोबाइल, लैपटॉप बरामद किए थे। कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। पुलिस कमिश्नर का कहना है कि व्हाट्सएप्प पर फेक खबर चल रही है।
इसमें बताया जा रहा है कि हरियाणा पुलिस का एक कर्मचारी एएसआई सतीश जो कि अगस्त महीने में तीन कॉल सेंटरों पर रेड की थी। इस मामले में बड़े-बड़े अधिकारियों के नाम से मंथली लेता था। इसमें क्राइम यूनिट चंडीमंदिर थाना और एक सिद्धार्थ नाम के पुलिस अधिकारी का भी नाम आ रहा है। यह कहा जा रहा है कि इसमें कॉल सेंटर के मालिकों को छोड़ दिया गया है।
पुलिस कमिश्नर का कहना है कि यह बात बिल्कुल झूठी है। जिसने भी व्हाट्सएप्प पर यह खबर चलाई है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि 20 और 21 अगस्त की रात को कमिश्नर, डीसीपी मनप्रीद सूदन और पुलिस टीम के द्वारा सेक्टर-22 में तीन कॉल सेंटर में रेड की गई थी। छापेमारी के दौरान 85 लोग गिरफ्तार किए गए थे, 160 लैपटॉप और 40-45 मोबाइल और सिम, बॉक्स मिले थे।
लाखों की संपत्ति भी फ्रिज करवाई थी और सारा मामला खुद ईडी को रेफर कर दिया गया था। इस मामले में फर्जी सेंटर के दो मालिक भी पकड़े गए थे। उन्होंने बताया था कि एएसआई सतीश जो नोडल साइबर थाने में कार्यरत था और जींद में पोस्टेड था इस मामले में उसका हाथ था। वह संरक्षण के नाम पर पैसा लेता था। एएसआई सतीश को गिरफ्तार करने की कोशिश की गई लेकिन उसके द्वारा हाई कोर्ट से जमानत ले ली गई है।
हमने उसे जांच में शामिल किया है। सतीश ने एक कर्मचारी सिद्धार्थ का नाम लिया है जिसको हम आगे जांच में शामिल करेंगे। उन्होंने कहा कि इस मामले में यह कहा जा रहा है कि कोई भी मालिक नहीं पकड़ा गया। मामले में 10 मालिकों में से पुलिस ने 6 मालिकों को गिरफ्तार किया है और चार मालिकों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
वह फरार चल रहे हैं और पुलिस उनके पीछे लगी हुई है। उन्होंने बताया कि जींद पुलिस अधीक्षक ने एएसआई सतीश को नौकरी से पूरी तरह से डिसमिस कर दिया है। इस मामले में पंचकूला पुलिस पारदर्शिता, निष्पक्षता और सख्ती से कार्रवाई कर रही है।
वह फरार चल रहे हैं और पुलिस उनके पीछे लगी हुई है। उन्होंने बताया कि जींद पुलिस अधीक्षक ने एएसआई सतीश को नौकरी से पूरी तरह से डिसमिस कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में पंचकूला पुलिस पारदर्शिता, निष्पक्षता और सख्ती से कार्रवाई कर रही है और इस मामले में जो भी दोषी होगा उसे बक्शा नहीं जाएगा।