पंचकूला : नए साल के मौके पर डीसीपी क्राइम एंड ट्रैफिक मनप्रीस सिंह सूदन ने आम जनता से साइबर अपराध को लेकर सतर्क रहने की खास सलाह दी है। उन्होंने इसके साथ ही जिलेवासियों को शुभकामनाएं भी दी है। डीसीपी क्राइम का कहना है कि नए साल की शुभकामनाओं के चलते साइबर ठग का नया तरीका अपना रहे हैं।
इसके अंतर्गत हैप्पी न्यू ईयर के नाम पर फर्जी लिंक भेजकर लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। डीसीपी ने बताया कि साइबर अपराधी व्हाट्सएप्प और बाकी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए नए साल की शुभकामनाएं भेजने के लिए कुछ ऐसे लिंक भेज रहे हैं जिनसे फोन हैक हो सकता है। न्यू ईयर विश भेजने के लिए क्लिक करें, न्यू ईयर गिफ्ट लिंक खोलें या ग्रीटिंग देखने के लिए ऐप इंस्टाल करें जैसे फर्जी लिंक पर क्लिक करे से उन्होंने मना किया है।
उनका कहना है कि ऐसे लिंक खोलने से आपका फोन हैक हो सकता है। इसके बाद साइबर ठग बैंक खाते की जानकारी, आटोपी, मोबाइल गैलरी और संपर्क सूची तक पहुंच जाते हैं जिससे वित्तीय फ्रॉड, पहचान और चोरी की गंभीर खतरा बढ़ जाता है। ऐसे मामलों में साइबर ठग पीड़ित के बैंक से पूरी रकम ही निकाल सकते हैं और सोशल मीडिया अकाउंट का दुरुपयोग करके बाकी लोगों को भी ठगी का शिकार बना सकते हैं।
ऐसे में उन्होंने किसी भी अनजान या फिर संदिग्ध लिंक को न खोलने की अपील की है। उनका कहना है कि कोई सामान्य फोटो या फिर वीडियो ही खोलें। किसी भी लिंक खोलने से पहले भेजने वाली की पूरी तरह से पुष्टि कर लें। डीसीपी क्राइम एंड ट्रैफिक ने खास तौर पर बुजुर्गों और बच्चों को साइबर ठगी के प्रति जागरुक करने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि परिवार के सदस्यों को ऐसे फर्जी संदेशों और लिंक से होने वाले नुकसान के बारे में जरुर बताएं। यदि किसी व्यक्ति के साथ साइबर फ्रॉड की कोई घटना होती है तो तुरंत www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करवाए या फिर नजदीकी साइबर पुलिस स्टेशन में संपर्क करें। उन्होंने कहा कि पंचकूला पुलिस नागरिकों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। नए साल का स्वागत खुशी के साथ करें।
इसके साथ ही साइबर सुरक्षा को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। सुरक्षित रहें, सतर्क रहें और अपनी डिजिटल जिंदगी को भी सुरक्षित बनाएं।