पठानकोटः जहां आज नाग पंचमी पूरे देश में अलग-अलग जगह पर बड़ी धूमधाम से मनाई जा रही है। वहीं अलग-अलग जगह पर मेले लगाए जा रहे हैं। जिला पठानकोट में पड़ते गांव गतोरा के ऐतिहासिक स्थान बाबा इच्छाधारी नाग देवता के स्थान पर भी बहुत बड़े मेले का आयोजन नाग पंचमी पर किया जाता है, जहां पर पंजाब हिमाचल व जम्मू कश्मीर से श्रद्धालु नतमस्तक होने के लिए पहुंच रहे हैं।
वहीं इस स्थान की मान्यता है कि यहां पर कोई भी सपेरा बीन नहीं बजा सकता। अगर वह यहां पर ऐसा कुछ करता है तो उसकी मौत तक भी हो सकती है। वहीं अगर किसी को सांप बिच्छू या फिर किसी जहरीली चीज ने काट लिया हो तो यहां पर आकर उसके यहां माथा टेकने से वह ठीक हो जाता है और इंसान की जान बच जाती है।
इन बातों का खुलासा यहां पर सेवा कर रहे सुभाष ठाकुर ने किया। उन्होंने बताया कि इस स्थान की मान्यता कई सौ साल पुरानी है। यह ऐतिहासिक स्थान जहां पर दूर दराज से लोग नतमस्तक होने के लिए आते हैं, यहां पर अगर किसी जहरीले सांप, बिच्छू या किसी और जहरीली चीज ने डस लिया हो तो उसका भी यहां पर पहुंचने पर बाबा की कृपा से इलाज होता है और वह तंदुरुस्त होकर अपने घर को जाता है।
यहां पर आए हुए दूसरे श्रद्धालुओं ने भी जहां नतमस्तक होकर बाबा इच्छाधारी नाग देवता का आशीर्वाद प्राप्त किया। श्रद्धालु वीरू ने बताया कि हम दादे-परदादे से सुनते आ रहे हैं कि यह जगह बहुत ही पुरानी है और यहां पर जहरीली चीज के काटे व्यक्ति का रामबाण इलाज होता है। यहां श्रद्धालु आकर नाग देवता के समक्ष अपनी श्रद्धा प्रकट करते हैं।