छत्तीसगढ़ः 4 शातिर चोरों ने 13 जगहों पर चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। आरोपी कई मामलों में जेल में लंबे समय बंद थे। वहीं रहते उन्होंने चारी की प्लानिंग की। आरोपी चेहरे में गमछा बांधकर पहले दिन में रेकी करते फिर रात में ताला तोड़ते थे और चुराए जेवरात राजनांदगांव के सुनार भट्ठी में गला कर खपाते थे। लेकिन बालोद थाना क्षेत्र के ग्राम झलमला में हुई ताजा चोरी के बाद चोरों को पकड़ लिया गया। आरोपी 1 साल पहले ही रिहा हुए है। जिसके बाद एक-एक कर सूने मकान और दुकान को निशाना बनाया।
बालोद एसपी योगेश पटेल ने बताया कि गिरोह फर्जी नंबर प्लेट लगी बाइक से घरों में पहुंचते थे और सीसीटीवी से बचने के लिए चेहरे ढकते थे। उमरादाह और झलमला क्षेत्र में दो घरों में चोरी की घटनाओं के बाद टीम ने दो अलग-अलग टीम बनाकर करीब 200 से 300 सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई। जिसमें दिख रहे संदिग्धों के आधार पर आरोपियों की पहचान कर ली गई।
एसडीओपी देवांश सिंह राठौर ने बताया कि गिरोह ने बालोद, देवरी, अर्जुंदा, गुंडरदेही सहित दुर्ग, बेमेतरा और राजनांदगांव में कुल 18 से अधिक चोरी की वारदातों को अंजाम दिया है। आरोपियों के कब्जे से करीब 31 लाख रुपए के चोरी किए गए सोने-चांदी के जेवरात बरामद किए गए हैं। इसके अलावा दो बाइक, एक कार और 90 हजार रुपए नकद जब्त किए गए हैं। आरोपियों के पास से चोरी में इस्तेमाल होने वाले औजार जैसे लोहे का रॉड, पेंचीस और पेचकस भी बरामद की गई है।