फगवाड़ाः शहर में शिवसेना के नेता इंद्रजीत करवल और उनके बेटे जिमी करवल पर मंगलवार देर शाम स्थानीय गऊशाला बाजार में जानलेवा हमला किया गया। इस घटना को रोष में आज फगवाड़ा बंद किया गया। शिवसेना नेता पर हुए हमले को लेकर मामला गरमा गया है। जिसको लेकर अब डीआईजी नवीन सिंगला खुद धरने पर पहुंचे, जहां उन्होंने आज शाम तक आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है। डीआईजी ने बताया कि तानिष और उसके साथियों ने इंद्रजीत करवल और उनके बेटे जिमी करवल पर हमला किया है। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ 307 आर्म्स एक्ट की धाराए लगाई गई।
वहीं हमले को लेकर मल्टीपल टीम बनाकर आरोपियों की गिरफ्तार के लिए छापेमारी की गई। डीआईजी ने कहा कि 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। वहीं नेताओं की सिक्योरिटी सहित कुछ मांगे थी। जिसको लेकर बात की जा रही है। डीआईजी ने बताया कि तानिष पहले भी बेल पर जेल से रिहा होकर आया था और उसने हमला किया। आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जा रहा है। वहीं दुकानदारों को बाजार जल्द खुलने का डीआईजी ने आश्वासन दे दिया है। गौर हो कि इस घटना का आज Live फुटेज भी सामने आया था। सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता हैकि शिव सेना नेता का बेटा एक्टिवा पर जा रहा था। इस दौरान पहले से दुकान के बाहर युवक तैनात थे।
जिसके बाद उन्होंने एक्टिवा सवार शिवसेना नेता के बेटे जिमी करवल के साथ हाथापाई करनी शुरू कर दी। जिसके बाद उन्होेंने जिमी करवल को सड़क पर गिरा लिया और उनके साथ हाथापाई करते हुए तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। जिसके बाद जिमी करवल पर हमलावारों ने कुर्सियों से हमला कर दिया। जिसके बाद बाजार के लोगों में दहशत का पाया गया। इस घटना को लेकर आज शिवसेना नेता व दुकानदार धरना लगाकर बैठ गए। मामले की जानकारी देते हुए शिवसेना नेता ने कहा कि अभी तक पुलिस ने हमले को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की। नेता ने बताया कि चार दिन पहले पुलिस को घटना संबंधी सूचना दे दी थी।
नेता ने आरोप लगाया है कि तनिष साथियों के साथ हथियार लेकर शिव सेना नेताओं को ढूंढ रहा है। ऐसे में उसका मेन टारगेट जिम्मी था। 4 दिन पहले उनके साथी को किडनैप किया था और रात को उस पर हथियार लेकर उसे घुमाता रहा। जिसके बाद उसने जिम्मी पर हमला कर दिया। गनीमत यह रही कि इस घटना में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। नेता ने कहा कि पुलिस अधिकारी कह रहे है कि तनिष का फोन नहीं चल रहा। व्यक्ति ने कहाकि वह हनुमान गली में बैठे थे और उन्हें फोन आया कि उनके बेटे जिम्मी को आरोपियों ने घेरा हुआ है और उस पर हमला कर रहे है।
जिसके बाद वह मौके पर पहुंच गए लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। आरोप है कि पुलिस उन्हें मरवाना चाहती है और माहौल को खराब करवाने का इंतजार कर रही है। सरेआम गोलियां चल रही है, लेकिन प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। वहीं दूसरी ओर शिवसेना नेताओं के धरने लगाने को लेकर भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। बाजार के दुकानदारों का कहना है कि हमलावर कई दिनों से धमकी दे रहे थे। उन्होंने पुलिस को बताया भी था लेकिन कोई कार्रवाई न होने से हमला हो गया।
वहीं बीते दिन सिविल अस्पताल पहुंचे डीएसपी भारत भूषण को शिव सेना नेता इंद्रजीत करवल तथा अन्य हिन्दू नेताओं ने साफ कह दिया है कि वे पुलिस को किसी तरह का कोई भी बयान नहीं देंगे बल्कि अब बयान हमलावर आकर देंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस को तीन दिन पहले शिकायत देने के बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। दरअसल, हमले में घायल हुए जिमी करवल को जख्मी हालत में फगवाड़ा के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जिमी करवल का बचाव करते हुए शिवसेना नेता इंद्रजीत करवल भी घायल हो गए। लेकिन इस हमले को 13 अप्रैल 2018 की रात फगवाड़ा के गोल चौक में हुए विवाद और गोली लगने से हुई एक युवक की मौत के मामले से जोड़ कर देखा जा रहा है।