नालंदा: बिहार के नालंदा जिले के हिलसा थाना क्षेत्र के मलावां गांव में कैबिनेट मंत्री श्रवण कुमार और स्थानीय विधायक कृष्ण मुरारी उर्फ प्रेम मुखिया को ग्रामीणों ने लाठी-डंडा लेकर घेर लिया। ग्रामीणों के गुस्से से बचने के लिए दोनों नेताओं ने एक किलोमीटर पैदल भागकर अपनी जान बचाई। ग्रामीणों के साथ झड़प में एक पुलिसकर्मी को हल्की चोटें भी आई हैं। दरअसल, यह घटना तब हुई जब दोनों नेता मातमपुर्सी गांव में 9 लोगों की मौत के बाद पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे थे। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन ने समय पर कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण कई लोगों की जान चली गई। बता दें, दो दिन पहले ट्रक की चपेट में आने से ऑटो में सवार 9 लोगों की मौत हो गई थी। घटना के बाद मलावां गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है।
मंत्री श्रवण कुमार और विधायक कृष्ण मुरारी जैसे ही गांव पहुंचे। गांव पहुंचकर करीब आधा घंटे तक मंत्री और विधायक ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। इसके बाद जब मंत्री श्रवण कुमार और विधायक वापिस लौटने लगे तभी ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। थोड़ी देर में ही ग्रामीण उग्र हो गए और लाठी-डंडों से हमला कर दिया। ग्रामीणों ने नेताओं को दौड़ा दिया। अपनी जान बचाने के लिए मंत्री और विधायक को लगभग 1 किलोमीटर तक भागना पड़ा। हमले में उनके बॉडीगार्ड्स और कुछ लोग घायल हो गए।
ग्रामीणों का आरोप है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में इतनी बड़ी घटना के बाद भी पांच दिनों तक कोई जनप्रतिनिधि या मंत्री हाल-चाल लेने नहीं आया। इस उपेक्षा से ग्रामीण आहत और नाराज थे। जब मंत्री और विधायक पहुंचे तो आक्रोशित लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर कर दिया। इधर घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। फिलहाल स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।