हरिद्वारः हरियाणा के यूट्यूबर अरमान मलिक की पत्नी पायल मलिक को हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने के मामले में लगातार चर्चा में है। हालांकि पायल मलिक हाल ही में पटियाला और मोहाली के काली माता मंदिरों में भी माफी मांग चुकी हैं। जहां उसे धार्मिक सजा सुनाई गई थी। दरअसल, पायल मलिक ने मां भद्रकाली के रूप में वीडियो अपलोड किया था। इसके लिए पायल मलिक को मोहाली के काली माता मंदिर में धार्मिक सजा सुनाई गई थी। जिसमें धार्मिक सजा के तहत वह 7 दिन तक मंदिर में साफ-सफाई करेंगी, 8वें दिन कंजक पूजन करेंगी।
इस धार्मिक सजा को पूरी करने के दौरान उनके पति अरमान मलिक और परिवार के सदस्य हर वक्त साथ रहे। धार्मिक सजा पूरी करने के बाद पायल मलिक अब संतों की शरण में पहुंच गई हैं। मां काली के वेश में वीडियो बनाने के विवाद के बाद उन्होंने उत्तराखंड के हरिद्वार में जाकर निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी से मिलकर माफी मांगी और पूजा-पाठ किया। पायल ने कहा कि उनका मकसद धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। वहीं, बढ़ते विवादों के चलते अरमान मलिक ने कहा कि वे अंदर से टूट गए थे और परिवार पंजाब छोड़ने की तैयारी कर रहा था। दरअसल, पायल मलिक वीडियो में मां काली के वेश में नजर आईं।
उन्होंने चेहरे पर काले रंग का मेकअप किया हुआ था, सिर पर मुकुट पहना था, गले में नींबू की माला डाली हुई थी और हाथ में त्रिशूल लिया हुआ था। वीडियो में वह सोफे पर बैठी दिखीं। जब यह वीडियो वायरल हुआ तो शिवसेना हिंद के राष्ट्रीय महासचिव दीपांशु सूद ने मोहाली के थाना ढकोली के प्रभारी को शिकायत दी। उन्होंने शिकायत में लिखा- पायल मलिक ने वीडियो में मां काली के स्वरूप को असंवेदनशील और अशोभनीय तरीके से प्रस्तुत किया, जिससे सनातन धर्म मानने वालों की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं। मामला तूल पकड़ने लगा तो 26 जुलाई को पायल मलिक की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद परिवार ने उन्हें गंभीर हालत में मोहाली के एक नामी अस्पताल में भर्ती कराया।
हालांकि, स्वास्थ्य में सुधार होते ही वह फिर मोहाली के काली माता मंदिर पहुंचीं और धार्मिक सेवा पूरी की। सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के बाद भी जब कुछ लोग जानबूझकर इस मामले को तूल देने लगे, तो अरमान मलिक बेहद मायूस हो गए। उन्होंने कहा कि वे अंदर से टूट चुके हैं। अरमान मलिक ने बताया कि उनका मूल निवास हरियाणा के हांसी में है, लेकिन वे खुशहाली और समृद्धि की तलाश में पंजाब शिफ्ट हुए थे। अब यहां बने हालात को देखते हुए उन्हें दूसरी जगह जाने का विचार करना पड़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि वे हिंदू हैं और पूरी तरह सनातन धर्म का पालन करते हैं।