नई दिल्लीः महाराष्ट्र और गुजरात में एक घंटे के भीतर बांद्रा टर्मिनल से अमृतसर की ओर जाने वाली पश्चिम एक्सप्रेस के डिब्बे अलग हो गए। इस घटना की वजह से यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। पश्चिमी रेलवे के प्रवक्ता के मुताबिक इस घटना में किसी भी यात्री के घायल होने या कोई चोट लगने की खबर नहीं है और न ही ट्रेन के संचालन पर कोई ज्यादा असर हुआ है।
अधिकारियों के मुताबिक पहली घटना रविवार दोपहर करीब 1:19 पर वनगांव और दहानू स्टेशनों के बीच में हुई। दूसरी घटना दोपहर करीब 2:10 बजे गुजरात के संजन स्टेशन पर हुई। शुरुआत में वनगांव के पास अलग हुए डिब्बों को फिर से जोड़ने के लिए ट्रेन को लगभग 25 मिनट तक रोका गया, उसके बाद इसे यहां से रवाना कर दिया गया। लेकिन गुजरात के संजन स्टेशन के पास ट्रेन का डिब्बा फिर से अलग हो गया।
अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद वलसाड से कैरिज एंड वैगन कर्मचारियों को मौके पर सहायता के लिए भेजा। दोपहर 3 बजे के आसपास वलसाड से एक लोकोमोटिव इंजन घटना स्थल के लिए रवाना किया गया। इसके बाद पूरी जांच के बाद ट्रेन 4:46 पर रवाना हुई। रेलवे के सूत्रों ने बताया कि फिलहाल डिब्बों के बार-बार अलग होने के कारणों को पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
अधिकारियों के मुताबिक दोनों ही जगहों पर एसी के वही दो डिब्बे अलग हुए जो 23 डिब्बों वाली ट्रेन में 17वें और 18वें नंबर पर लगे हुए थे। उन्होंने बताया कि निरीक्षण के बाद इन दो सेकंड एसी कोचों को दो थर्ड एसी कोचों से बदल दिया गया, जिसके बाद ट्रेन लगभग चार घंटे की देरी से संजन से रवाना हुई। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विनीत अभिषेक ने बताया कि जब 2एसी कोचों को 3एसी कोचों से बदला गया, तो सामान को एक कोच से दूसरे कोच में स्थानांतरित करने के लिए 15 कर्मचारियों को तैनात किया गया था। वलसाड मेडिकल एसोसिएशन ने लगभग 100 यात्रियों के लिए चाय और नाश्ते की व्यवस्था की थी।