कोलकाताः पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिले के दासपुर इलाके में सामुदायिक मनसा पूजा के दौरान प्रसाद खाने के बाद 150 से अधिक लोग बीमार पड़ गए। पूजा में श्रद्धालुओं को खिचड़ी का प्रसाद दिया गया था, जिसे खाने के बाद कई लोगों को उल्टी और दस्त की शिकायत हुई। बताया जा रहा है कि सामूहिक पूजा में वितरित खिचड़ी भोग को खाने के कुछ ही घंटों बाद ग्रामीणों में उल्टी, दस्त और पेट दर्द की शिकायतें सामने आने लगीं, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
जानकारी के अनुसार 300 से ज्यादा लोगों ने प्रसाद खाया, लेकिन आधे से ज्यादा लोगों को उल्टी और दस्त होने लगे। बीमार पड़ने वालों में कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। लोगों के इलाज के लिए सुबह से ही एक चिकित्सा शिविर लगाया गया है। यह पूजा सुरतपुर गांव में हर वर्ष की तरह इस बार भी पारंपरिक रूप से आयोजित की गई थी। भोग वितरण के दौरान न केवल सुरतपुर, बल्कि आसपास के खरदा विष्णुपुर और रूपनारायणपुर गांवों से भी सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए थे।
अनुमान के अनुसार, करीब 300 से अधिक लोगों ने भोग ग्रहण किया था। इसके बाद रात होते-होते बड़ी संख्या में लोग बीमार पड़ने लगे। जैसे ही मामला सामने आया, दासपुर–1 ब्लॉक के बीडीओ दीपंकर विश्वास ने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया और इलाज की व्यवस्था शुरू कर दी। रविवार सुबह तक गांव में मेडिकल कैंप लगा दिया गया था, जहां मरीजों को प्राथमिक चिकित्सा दी जा रही है। जिनकी हालत गंभीर बताई गई, उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में रेफर किया गया।
इस घटनाक्रम की गंभीरता को देखते हुए दासपुर–1 पंचायत समिति के अध्यक्ष सुकुमार पात्र, राजनगर ग्राम पंचायत के प्रधान और उपप्रमुख भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। सुकुमार पात्र ने बताया कि “स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है और सभी प्रभावित लोगों का इलाज किया जा रहा है।” अब तक पांच लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जबकि शेष लोगों की स्थिति स्थिर है। स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पानी के नमूने भी जांच के लिए भेज दिए हैं, जिससे यह पता चल सके कि बीमारी प्रसाद के कारण फैली या पानी में किसी प्रकार का संक्रमण था।