निर्वार्थ भाव से करें भोलेनाथ का भजन
तीसरी रविवारी संध्या पर श्री श्री 1008 बाबा सुग्रीवानंद के परम शिष्य आचार्य हेमानंद पहुंचे सदाशिव,
ऊना/ सुशील पंडित: उपमंडल बंगाणा के धौमेश्वर मंदिर तलमेहड़ा में सावन मास के उपलक्ष्य पर तीसरी रविवारी संध्या पर डेरा वावा रुद्रा के अधिष्ठाता स्वामी सुग्रीवा नंद के परम शिष्य आचार्य हेमानंद महाराज ने शिरकत करके सदाशिव मंदिर में पूजा अर्चना की। बही मंदिर पहुंचने पर कमेटी के चेयरमैन प्रवीण शर्मा ने आचार्य हेमानंद जी का भव्य स्वागत किया। बही कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा ने भी रविवारी धार्मिक संध्या पर सदाशिव मंदिर में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। और भगवान भोलेनाथ और आचार्य हेमानंद महाराज जी का आशीर्वाद लिया।

बही मंच से श्री महाराज ने प्रवचन करके भक्तों को सावन मास का महत्व बताया। आचार्य हेमानंद जी ने कहा कि आज के युग में इंसान को मोक्ष पाने के लिए सावन मास में भगवान भोलेनाथ की भक्ति और निरंतर सुबह शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए। ताकि इंसान को मोक्ष की प्राप्ति हो सके। उन्होंने कहा कि मन शुद्ध और बिना लोभ लालच से भक्ति करने पर ही भगवान खुश होते हैं। और भोलेनाथ तो वैसे ही भोले है। हर समय भक्तों को मोक्ष के द्वार तक पहुंचने साधन बताते है। श्री महाराज जी ने करीब अढ़ाई घंटे प्रवचन करते भक्तों को सावन मास का महत्व एवं भक्ति का सदमार्ग बताया।
बही विधायक विवेक शर्मा ने कहा कि जिला उना और कुटलैहड़ का सौभाग्य है। कि हमें वह संत पुरुष मिले है। जो साक्षात प्रभु मूर्त है। और हमें हमेशा सदमार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते है।वही सदाशिव मंदिर कमेटी के अध्यक्ष एवं चेयरमैन प्रवीण शर्मा एवं समस्त कमेटी सदस्यों ने श्री महाराज जी को मंच से भगवान भोलेनाथ की प्रतिमा देकर सम्मानित किया। और विधायक विवेक शर्मा को शाल टोपी एवं भोलेनाथ की प्रतिमा देकर सम्मानित किया।
उपरांत हिमाचल की शान गायक धीरज शर्मा ने भगवान भोलेनाथ की महिमा का गुणगान किया। बही रविवार रात 12 बजे से भक्त जन शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए कतार में खड़े रहे। और सोमवार देर शाम तक सदाशिव मंदिर में श्रद्धालुओं की भरकम भीड़ लगी रही। बही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया गया था। इस मौके पर सभी कमेटी सदस्यों एवम गणमान्य लोगों ने अपनी सेवाए दी।
सदाशिव मंदिर में गौशाला निर्माण,नव दुर्गा भवन,लिफ्ट का प्रावधान,सीसीटीवी कैमरे, पार्किंग की व्यावथाएं, श्रद्धालुओं के लिए हर प्रकार की व्यावथायें की गई है। धौमेश्वर मंदिर जो पांडवो के कुल पुरोहित श्री धौम्य ऋषि की तपोस्थली हैं। उस का प्रचार आज पूरे देश में हो रहा है। और बाहरी राज्यों से श्रद्धालु सदाशिव मंदिर में पहुंच कर पूजा अर्चना कर रहे है। और यह सब मंदिर कमेटी का नेतृत्व कर रहे प्रवीण शर्मा की बड़ी सोच की वजह से संभव हो रहा है।
श्रद्धालुओं के सहयोग एवं संतो के आशीर्वाद से हो रहा मंदिर का बिकास :प्रवीण शर्मा
धौमेश्वर मंदिर कमेटी के चेयरमैन प्रवीण शर्मा ने कहा कि सदाशिव मंदिर का बिकास श्रद्धालुओं के सहयोग महान सतों के आशीर्वाद से संभव हो रहा है। और श्रद्धालुओं द्वारा दिए गए दान के रूप में एक एक पैसा मंदिर के बिकास पर लगाया जा रहा है। शर्मा ने कहा कि धौम्य ऋषि की तपोस्थली के रूप में विख्यात सदाशिव मंदिर में लाखों श्रद्धालुओ की आस्था जुड़ी हुई हैं। और श्रद्धालु दिल खोल कर दान देते है। और उनके द्वारा दिए गए दान की धनराशि मंदिर के बिकास और श्रद्धालुओं की व्यवस्थाओं पर खर्च की जा रही है।