पटनाः तख्त श्री पटना साहिब में पंज प्यारों ने अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को तनखैया करार दिया है। दरअसल, सुखबीर सिंह बादल पंज प्यारों के सामने पेश नहीं हुए। उनकी पेशी को लेकर शिरोमणि कमेटी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने पंज प्यारों से कुछ समय मांगा था। अब आज सुबह पंज प्यारे ने सुखबीर सिंह बादल को तनखैया घोषित कर दिया है।

दरअसल, पूरा मामला पूर्व जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर-ए-मस्कीन की बहाली को लेकर अकाल तख्त की ओर से जारी आदेशों से जुड़ा है। सिख संप्रदाय के अनुसार तनखैया समझौते सिख संप्रदाय की सर्वोच्च संस्था श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा किए जाते हैं। यदि कोई सिख धार्मिक रूप से कुछ गलत करता है, तो उसके लिए निकटतम सिख संगत के समक्ष उपस्थित होकर अपनी गलती के लिए माफी मांगने का प्रावधान है।
इसके बाद संगत पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब की उपस्थिति में आरोपी के अपराध की समीक्षा करती है और उसके अनुसार सजा तय की जाती है। इस सजा के बाद कोई भी सिख उनसे कोई संपर्क या रिश्ता नहीं रख सकेगा। कोई भी सिख इन जगहों पर शादी-ब्याह जैसे आयोजनों में भी नहीं जा सकेगा।