ग्रीन हाउस में फल सब्जी उगाकर कैसे बने आत्म निर्भर इस पर दी जानकारी,यूनिट को दोपहर का करवाया भोजन,
ऊना /सुशील पंडित: उपमंडल बंगाणा के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय हटली में चल रहे सात दिवसीय एनएसएस (राष्ट्रीय सेवा योजना) शिविर के तीसरे दिन कार्यक्रम का आयोजन रिटायर्ड प्रधानाचार्य पवन देव शर्मा रीवाड़ के सान्निध्य में किया गया। उन्होंने इस अवसर पर रिसोर्स पर्सन के रूप में शिरकत करते हुए विद्यार्थियों को ऑर्गेनिक खेती, किचन गार्डन और पॉलीहाउस की उपयोगिता पर विस्तृत जानकारी दी।
पवन देव शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि आज के समय में रासायनिक खादों के अत्यधिक प्रयोग से न केवल मिट्टी की गुणवत्ता घट रही है, बल्कि मानव स्वास्थ्य पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में जैविक खेती (ऑर्गेनिक फार्मिंग) ही एकमात्र ऐसा विकल्प है जो धरती की उर्वरता को बनाए रखता है और स्वास्थ्यवर्धक उत्पादन देती है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए बताया कि घरों में छोटे-छोटे स्थानों पर किचन गार्डन तैयार किए जा सकते हैं, जहां सब्जियों की खेती बिना किसी रासायनिक खाद के की जा सकती है। उन्होंने पॉलीहाउस के महत्व को समझाते हुए कहा कि सीमित भूमि में अधिक उत्पादन लेने के लिए यह तकनीक अत्यंत कारगर सिद्ध हो रही है।
पॉलीहाउस में फसलों को मौसम के प्रतिकूल प्रभावों से बचाया जा सकता है और वर्षभर विभिन्न सब्जियों व फूलों की खेती की जा सकती है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से पॉलीहाउस लगाने पर किसानों को अनुदान (सब्सिडी) भी दी जाती है, जिससे युवाओं को खेती की ओर आकर्षित किया जा सके। शिविर में उपस्थित एनएसएस स्वयंसेवकों ने बड़े उत्साह के साथ पवन देव शर्मा से प्रश्न पूछे और उनके उत्तरों से प्रेरणा ली। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपने गांवों में लोगों को जैविक खेती अपनाने के लिए प्रेरित करें और पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका निभाएं। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य राजपाल सरोही, एनएसएस प्रभारी सुशील शर्मा, सह-प्रभारी श्रीमती मीनू, तथा प्रवक्ता श्रीमती अनीता विशेष रूप से उपस्थित रहे।
सभी ने मिलकर विद्यार्थियों को इस ज्ञानवर्धक सत्र से सीख लेने और इसे व्यवहार में लाने की प्रेरणा दी।कार्यक्रम के अंत में पवन देव शर्मा ने एनएसएस स्वयंसेवकों के लिए दोपहर के भोजन की व्यवस्था कर एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया। उनकी इस पहल की सभी उपस्थित जनों ने सराहना की। एनएसएस यूनिट के छात्रों ने पवन देव शर्मा के प्रति आभार प्रकट किया और कहा कि इस प्रकार के सत्र उन्हें जीवन के व्यावहारिक पहलुओं को समझने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं। तीसरे दिन का यह कार्यक्रम न केवल शिक्षाप्रद रहा, बल्कि विद्यार्थियों के लिए पर्यावरण संरक्षण और सतत कृषि की दिशा में एक नई सोच का प्रेरक स्रोत भी बना।